Amla is considered a boon in Ayurveda!
आंवले के रस में शहद मिलाकर लेने से पित्त ज्वर दूर हो जाता है।
आंवले का चूर्ण घी और मिश्री मिलाकर प्रतिदिन प्रातःकाल लेने से सिरदर्द दूर हो आता है।
आंवले के रस है। में शहद व छोटी पीपर मिलाकर लेने से उल्टियाँ बन्द हो जाती
आंवले के रस में अनार का रस मिलाकर लेने से रक्तस्राव बन्द हो जाता है।
आंवला टूटी हड्डियों को जोड़ने में सक्षम है, अतः हड्डी टूट जाने पर इसका सेवन करना श्रेयस्कर है।
आंवले के रस में मिश्री मिलाकर पीने से गर्मी से उत्पन्न हिचकी, उबकाई, प्यास आदि शीघ्र शांत हो जाती है।
आंवले के 3 ग्राम बीज को पानी में पीसकर छानकर शहद या मिश्री मिलाकर कुछ दिन सुबह-शाम सेवन करने से श्वेत प्रदर में लाभ होता है।
आंवले व नीम के पत्ते समान मात्रा में लेकर महीन चूर्ण करें। 2 से 4 ग्राम प्रातः शहद के साथ लेने से गलित कुष्ठ में लाभ होता है।
आंवले की गुठली को जलाकर उसे नारियल के तेल में मिलाकर खुजली व फुन्सियों पर लगाने से लाभ होता है।