भाई-बहन के बीच घनिष्ठता और दोस्ती पाई जाती है, हालांकि इस बीच एक सबसे बड़ी दुखद बात यह है कि मौजूदा समय में भाई बहन के बीच में मनमुटाव, दुर्व्यवहार, प्रतिद्वंद्विता बढ़ती जा रही है.
आजकल घरों में देखा जाता है कि माता पिता ही भाई बहन के बीच में पक्षपात करते हैं. पैरेंट्स अपने ही बच्चों में एक से को वरीयता देते हैं.
एक ही घर में होने वाले पक्षपात के माहौल से धीरे धीरे भाई बहनों के बीच दुर्व्यवहार की समस्या भी जन्म लेने लगती है.
जब भाई बहनों में से किसी एक को माता पिता के ध्यान रखने की बात आती है तो बदलते परिवेश में ऐसी स्थिति में भी भाई बहन के बीच के रिश्तों में तनाव देखने को मिल जाता है.
मौजूदा समय में भाई बहनों के बीच में दुर्व्यवहार की भी समस्या उत्पन्न हो रही है. यह भी उनके व्यस्क जीवन की दिशा को निर्धारित करता है.
अक्सर एक ही घर में कुछ ऐसे कार्य आयोजित किए जाते हैं जिनमें भाई बहन ही एक दूसरे के खिलाफ हो जाते हैं. ऐसे कार्य भले ही सामान्य लगते हों लेकिन इनके जो परिणाम होते हैं वह भाई बहनों के रिश्तों को तनावपूर्ण बना देते हैं.
जब एक परिवार सामूहिक रूप से एक मुश्किल हालात या परेशानियों का सामना करता है तो ऐसी परिस्थितियां में भी भाई-बहन की भावनाओं प्रभावित करती हैं.