स्वर्ग में ऐसे व्यक्तियों को नहीं मिलती है जगह

Such people do not get place in heaven

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ज्ञान का भंडार

आचार्य चाणक्य को ज्ञान का भंडार कहा जाता है क्योंकि उन्हें सम्पूर्ण वेदों और पुराणों का ज्ञान प्राप्त था। कुछ लोगों के अनुसार अत्यंत कुशाग्र बुद्धि होने के कारण इनका नाम चाणक्य

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अत्यंत कुशाग्र बुद्धि

छ लोगों के अनुसार अत्यंत कुशाग्र बुद्धि होने के कारण इनका नाम चाणक्य पड़ा

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नीतियां

इनके द्वारा बताई गई नीतियां भविष्य को उज्ज्वल बनाने में बेहद कारगार हैं

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गलत कार्य के ‘साक्षी’ न बनें

किसी भी दुष्कर्म अथवा कपट में मनुष्य को कभी साक्षी नहीं बनना चाहिए अन्यथा हानि उठानी पड़ती है। ऐसे समय पर मौन रहना ही सबसे उत्तम माना जाता है।

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लालच

अगर कोई व्यक्ति धन के लालच में किसी गलत व्यक्ति का साथ देता है वो कभी भी खुश नहीं रहता

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साक्षी

इसके अलावा अगर आप गलत कार्य के साक्षी बनते हैं तो आपको भी उतना ही पाप लगता है

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‘झूठी गवाही’

चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग झूठी गवाही देकर अपराधी को बचाने का कार्य करते हैं वे सीधे नरक में जाते हैं। बचाने वाला भी अपराधी जितना ही दोषी माना जाता है

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झूठी गवाही देने वाले

जो लोग अपराधी का साथ देते हैं भगवान भी उनसे अपना मुंह मोड़ लेते हैं। झूठी गवाही देने वाले हमेशा नरक में जाते हैं, स्वर्ग में ऐसे दुष्ट व्यक्तियों के लिए कोई जगह नहीं होती

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