व्यक्ति को कभी भी सूने और निर्जन घर में अकेला नहीं सोना चाहिए। इससे नींद हमेशा गड़बड़ और अधूरी बनी रहती है।
कभी भी घर में पूरा अंधेरा करके नहीं सोना चाहिए। इससे नकारात्मक हावी होता है। जिसके कारण नींद में खलल पड़ता है।
अगर आप घर से बाहर हैं तो किसी मंदिर या देव स्थान में सोने से बचें और ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी ना सोएं।
रात को बाल खोलकर भी न सोएं। इससे शरीर के अंदर की सकारात्मकता रातभर में बाहर हो जाती है और मन में बेचैनी बढ़ने से नींद नहीं आती है।
सोते समय वस्तु के नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए। पूर्व दिशा में सिर करके सोना अच्छा माना जाता है। इससे नींच अच्छी आती है।
पति पत्नी एक साथ सोते समय इस बात का ध्यान रखें कि उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोएं। इससे नींद के साथ वैवाहिक जीवन भी सुधरेंगा।
कभी भी सोते समय सिरहाने पानी रखकर नहीं सोना चाहिए। भले की पानी थोड़ी दूरी पर अवश्य रख सकते हैं।