Parents should never do this work in front of children
अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति का ज्ञाता कहे जाने वाले आचार्य चाणक्य का नाम आज के दिन भी लिया जाता है
जब भी इन्हें याद किया जाता है तो इनकी नीतियों का जिक्र एक बार जरुर किया जाता है
चाणक्य नीति में कहा गया है कि बच्चों के संस्कार ही मां बांप के स्वभाव व काम का परिचय देते हैं
संतान को लेकर हर माता-पिता को उनकी शिक्षा संस्कार और सेहत का सदैव गंभीर रहना जरुरी है
ये सही नहीं है कि आप अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त हो कि आपको पता ही नहीं है कि आपका बच्चा क्या कर रहा है
कहां जाता है किसके साथ रहता है. तो इन बातों पर भी गौर करना कोई बूरी बात नहीं है. कई बार देख गया है कि बच्चा गलत संगत में जाने से बूरे काम सीख जाता है
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने बच्चे और माता पिता का संबंध बहुत ही गहरा बताया है
कहा है कि इस रिश्तें में जितना प्यार होता है वह किसी दुसरे रिश्ते में नहीं देखने को मिलता है
छोटे बच्चे पौधे के समान होते हैं, इस वजह से हम अपने बच्चों को जिस हिसाब से ढालेंगे बच्चे बड़ा होने के बाद मीठे या कड़वे ही फल देने वाला है