Never say harsh words to children so that you will regret later
आपको इन बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए कि हमें बच्चों के सामने कौन सी बातें करनी है और कौन सी नहीं.
माता-पिता अक्सर जो गलती करते हैं वह है खुद से बच्चे की तुलना करना. कि तुम्हारी उम्र में मैं बहुत जिम्मेदार था/थी
पैरंट होने के नाते आपका काम बच्चे को गाइड करना है। अपने विचार बच्चों पर न थोपें।
अपने बच्चों की क्षमताओं की तुलना भाई-बहन की तरह क्यों नहीं हो? तुलना कर उन दोनों के बीच लड़ाई के बीज ना बोएं।
आपका बच्चे पर चिल्लाना कि मुझे अकेला छोड़ दो, उस पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
खुद पर शर्म आनी चाहिए, यह बयान अपने आप में बेहद कठोर है और किसी भी बच्चे को ऐसा कहना पूरी तरह से गलत है
अगर आप अपने पार्टनर का गुस्सा अपने बच्चे पर यह कहकर निकालेंगे कि वह बिल्कुल अपनी मां या अपने पिता की तरह है तो बच्चे आपकी भी इज्जत नहीं करेंगे।
इमोशनल आउटबर्स्ट की स्थिति में कई बार हम बच्चों के सामने ऐसी बातें बोल देते हैं जिसके बाद हमें उसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
लिहाजा कैसी भी विकट परिस्थिति क्यों ना हो, अपनी जबान से ऐसी कोई बात ना कहें जिसके लिए आपको जीवन भर अफसोस करना पड़े।