Is mustard oil really beneficial for eating?
दुनियाभर में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के बढ़ते मामलों की वजह से लोग अब अपने दिल के स्वास्थ्य को लेकर बहुत जागरूक हो गए हैं। वह न केवल हेल्दी लाइफस्टाइल जी रहे हैं बल्कि खानपान का भी ध्यान रख रहे हैं।
आपसे सवाल किया जाए कि कौन-सी चीज सभी के किचन में मिलती है, तो आपका जवाब कुकिंग ऑयल होगा। लेकिन यहां सवाल यह है कि ऐसा कौन तेल खाएं जिसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम और वह हार्ट हेल्थ के लिए भी बेहतर हो।
खाना बनाने के लिए यूं तो विभिन्न तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन भारत में सबसे ज्यादा रिफाइंड या फिर सरसों का तेल यूज होता है। हां, वो बात अलग है कि सरसों का तेल सबसे बेस्ट बताते हैं।
सरसों के तेल में ओमेगा 3, ओमेगा 6, फैटी एसिड-पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन, फाइबर और अन्य माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं
NCBI पर प्रकाशित एक शोध ने निष्कर्ष निकाला कि अन्य एंटी-माइक्रोबियल तेलों की तुलना में सरसों का तेल ज्यादा फायदेमंद होता है।
फैट सीक्रेट के अनुसार 100 ग्राम सरसों के तेल में 884 कैलोरी होती है। वहीं फैट 100 ग्राम होता है। सरसों तेल में सैचुरेटेड फैट 14.4 ग्राम जबकि मोनोअनसैचुरेटेड फैट 23.3 ग्राम होता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसा कोई तेल नहीं है, जो वजन घटाए। लेकिन अगर आप पतला होने के लिए डाइट कर रहे हैं, तो सरसों का तेल सबसे अच्छा विकल्प है।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि सिंथेटिक घी और रिफाइंड शरीर में जाकर नसों में एक्स्ट्रा फैट इकट्ठा क्र आर्ट्रीज को ब्लॉक करते हैं। वहीं सरसों के तेल से ऐसा नहीं होता है।