Because of this habit Humayun left the world
हुमायुं को बचपन से ही पढ़ने लिखने का काफी शौक था. हुमायुं जहा भी अजान सुनता था वही पर दुआ करने लगता था
हालत गंभीर होने के कारण तीन दिन के बाद हुमायुं ने दम थोड़ दिया
22 साल की उम्र में हुमायुं मुगल साम्राज्य की गद्दी पर बैठा था
पिता बाबर की तरह हुमायुं की तरह सभी राज्य को गवा दिया था
1530 से लेकर 1540 तक राज किया और फिर 1555 से 1556 तक
हुमायुं सीढ़ियों पर उतरते समय कपड़ों म फस कर गिर गए
सिर में चोट लगाने के कारण उनकी मौत हो गई
हालत गंभीर होने के कारण तीन दिन के बाद हुमायुं ने दम थोड़ दिया
हुमायुं को दिल्ली में हुमायुं के मकबरे में दफनया गया