स्त्री देवी के समान होती है उसका हर कदम परिवार की भलाई के लिए होता है, लेकिन कभी कभी औरत अपने चरित्र हीनता के कारण परिवार और खुद की इज्जत को ताक पर रख देती है।
परिवार और खुद की इज्जत को ताक पर रखने वाली महिलाओं को किसी एक पुरूष से प्यार नहीं होता। जिससे उसकी चरित्रहीनता का पता चलता है।
चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं को उनके चेहरे उनके आचार उनके विचार उनके शरीर की बनावट के आधार पर भी जाना जा सकता है.
जिस महिला के पैर की कनिष्ठा उंगली या उसके साथ वाली उंगली धरती को छू ना पाती हो, अंगूठे के साथ वाली अंगुली ज्यादा लंबी हो ऐसी स्त्रियां हालात और परिस्थितियों के अनुसार अपना चरित्र बदल लेती हैं.
जिस महिला के पैर पिछला भाग अत्याधिक मोटा हो ऐसी महिलाएं घर के लिए अशुभ मानी जाती है इसके उल्टा अगर पैर का पिछला भाग बहुत ज्यादा पतला हो सुखी हो ऐसी महिला अपने जीवन में बहुत सारे दुखों का सामना करती हैं.
जिस स्त्री की हथेली पर ऐसा कोई चिन्ह हो जो किसी मांसाहारी पक्षी या पशु जैसे कौआ सांप उल्लू भेड़िया इनकी तरह दिखता हो उस महिला पर दुखों का साया रहता है.