Buttermilk is very helpful in preventing acidity, keeps the body cool
दूध से बने प्रॉडक्ट में छाछ एक ऐसा पेय पदार्थ है, जिसकी भारत में खपत बहुत तेजी से बढ़ रही है. जंक फूड की बढ़ती लोकप्रियता ने छाछ को लोगों के बेहद करीब ला दिया है
भोजन करने वाले व्यक्ति की यह इच्छा जरूर रहती है कि अगर खाने के साथ पानी के बजाय छाछ मिल जाए, जो खाने का मजा तो दोगुना हो ही जाए,
असल में छाछ की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह एसिडिटी को रोकने में मददगार है, इसकी तासीर भी ठंडी है और पाचन सिस्टम के लिए भी इसे बेहद लाभकारी माना जाता है
आप किसी भी डेयरी प्रॉडक्ट शॉप पर जाएंगे तो पाएंगे कि वहां दूध, दही के पैकेट तो मौजूद हैं ही, छाछ के भी विभिन्न प्रकार और कंपनियों के पाउच व ट्रेटा पैक दिखाई देंगे.
इनमें सामान्य छाछ, मसाला छाछ, पुदीना छाछ आदि शामिल हैं. शॉप के ऑनर से बात करो तो वह जवाब देगा कि अब तो छाछ पूरे साल बिकती है
पहले छाछ को बड़ी उम्र के लोग ज्यादा पीते थे, लेकिन अब तो हर उम्र के लोगों को छाछ पीने में आनंद आने लगा है. लोगों खासकर युवाओं को समझ आने लगा है
छाछ की खपत का तो अब यह हाल है कि ऑफिस में लंच ले जाने वाले लोग अब साथ में छाछ की बॉटल भी वहन करने लगे हैं.
पुरानी दिल्ली स्थित चांदनी चौक में तो एक ऐसी दुकान है, जहां सुबह ब्रेड मक्खन वाले नाश्ते के साथ साथ में मसालेदार छाछ पेश की जाती है.