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Sarojini Naidu Birth Anniversary: सरोजिनी नायडू को क्यों कहा जाता है 'नाइटिंगेल ऑफ इंडिया', जानें जन्मदिन पर उनके अनमोल विचार

राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू को समर्पित है। सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था। वह बचपन से बुद्धिमान थीं। जब सरोजिनी नायडू 12 साल की थीं, तब से उन्हें कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी।

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Newz Funda, New Delhi आज 'नाइटिंगेल ऑफ इंडिया' यानी सरोजिनी नायडू का जन्मदिन है. सरोजिनी नायडू एक बेहतरीन कवियत्री, उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल थीं. वे सदा महिला अधिकारों के लिए आवाज उठाती रहीं.

13 फरवरी वर्ष 2014 को उनकी जयंती पर राष्ट्रीय महिला दिवस (National Women's Day) सेलिब्रेट करने की शुरुआत की गई थी. सरोजिनी नायडू की सशक्त वाणी, भाषण, कविता सुनाने के अंदाज से प्रभावित होकर महात्मा गांधी ने उन्हें 'देश की नाइटिंगेल' का खिताब दिया था.

स्वतंत्रता अंदोलन में भी वे खूब एक्टिव रहीं. आज सरोजिनी नायडू की जन्मतिथि (13 फरवरी 1879) पर पढ़ें, उनके कुछ प्रेरणादायक विचार.

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय महिला दिवस

राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू को समर्पित है। सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हुआ था। वह बचपन से बुद्धिमान थीं। जब सरोजिनी नायडू 12 साल की थीं, तब से उन्हें कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी। बाद में स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया।

देश की आजादी और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। आजादी के बाद सरोजिनी नायडू को पहली महिला राज्यपाल बनने का भी मौका मिला। उनके कार्यों और महिलाओं के अधिकारों के लिए उनकी भूमिका को देखते हुए सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान

सरोजिनी नायडू ने देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिए. उनके द्वारा किए गए कार्यों, योगदान को सम्मान देने के लिए ही आज के दिन को 'राष्ट्रीय महिला दिवस' के तौर पर भी मनाया जाता है. उन्होंने आत्म सम्मान को लेकर एक बहुत अच्छी बात कही थी. उनके अनुसार, 'आत्म सम्मान इंसान का सबसे बड़ा गहना होता है'.