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Oil Rate Update: खुशखबरी...! तेल की कीमतों में आई गिरावट, यहां जानें नए रेटों की लिस्ट

पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में सूरजमुखी की फसल मंडी में बेचने के लिए भारी मात्रा में पहुंचने वाली है। सीजन आने से पहले भारतीय बाजार में तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है।

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Newz Funda, New Delhi भारतीय बाजार में इन दिनों में तेल के भाव गिरते हुए नजर आ रहे है। यह दाम गिरने के बाद आम लोगों के लिए थोड़ी राहत मिलेगी।

इन सब बातों के चलते आयातित खाद्य तेल कीमतों की भारी गिरावट के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बीते सप्ताह देशी तेल-तिलहनों के भाव पहले से भी ज्यादा दबाव में आ गए है.

लगभग सभी तेल-तिलहनों की कीमतें पिछले सप्ताहांत के मुकाबले नुकसान दर्शाते बंद हो चुके है. मंडी भाव के सूत्रों ने कहा है कि विदेशों में खाद्य तेलों की कीमतें गिरकर काफी नीचे आ रही है.

कम आयात शुल्क होने की वजह से देश में इन तेलों का इतना अधिक आयात हो चुका है कि इसके आगे देशी किसानों की सरसों, बिनौला जैसी फसलों की खपत नहीं हो पा रही है.

थोक के दाम

आने वाले कुछ ही दिनो में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सूरजमुखी फसल मंडी में बेचने के लिए भारी मात्रा में किसान लेकर आना शुरू हो जाएंगे. आयात होने वाले सूरजमुखी के तेल का बंदरगाह पर 66 रुपये Liter का थोक दाम है, उसके आगे तो देशी सूरजमुखी तेल ( लगभग 135 रुपये लीटर ) कतई खपने की गुंजाइश नहीं है.

सरसों किसान एमएसपी से 15-20 Percent नीचे बेचें और देशी सूरजमुखी बीज 30-35 Percent नीचे बेचना भी चाहें तो लिवाल नहीं हैं. ऐसी स्थिति कैसे पैदा हुई है इस पर संबद्ध अधिकारियों को विचार करना होगा.

सूरजमुखी का तेल

 दिसंबर, 2022 से पहले अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) कम करने के संबंध में तेल उद्योग के साथ सरकार की कई बैठकें हो चुकी थीं. दिसंबर, 2022 में सूरजमुखी तेल का MRP 135-140 रुपये लीटर था.

उसके बाद 2022 दिसंबर से मई 2023 के बीच सूरजमुखी तेल के थोक दाम में 530 डॉलर प्रति टन की कमी आई है तो फिर 14 अप्रैल, 2023 को पैकिंग तारीख वाले सूरजमुखी तेल का MRP 196 रुपये कैसे छपा हो सकता है. यहां दाम घटाने के बजाय उल्टा बढ़ा हुआ नजर आता है. इस प्रकरण की छानबीन होनी चाहिए.

खाने का तेल

सूत्रों से सूचना मिली है कि सूरजमुखी, कच्चे पाम तेल और पामोलीन तेल के दाम टूटे पड़े हैं. उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि शुल्कमुक्त सूरजमुखी तेल का थोक दाम (बगैर रिफाइंड वाला 65-66 रुपये और रिफाइंड सूरजमुखी 70 रुपये लीटर) पामोलीन तेल के थोक दाम (74 रुपये लीटर) से कम हो गया है.

जो अपने आप में अनोखा है. इस गिरावट का कारण आयातित सूरजमुखी तेल का थोक दाम 940 डॉलर प्रति टन से घटकर 870 डॉलर प्रति टन रह जाना है.

नई कीमत 

सूत्रों से सूचना मिली है कि समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज का भाव क्रमश: 25 और 30 रुपये टूटकर क्रमश: 5 हजार 055 से 5 हजार 130 रुपये और 4 हजार 830-4 हजार 905 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है.

समीक्षाधीन सप्ताहांत में सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम तेल के भाव भी क्रमश: 150 रुपये, 350 रुपये और 200 रुपये लुढ़ककर क्रमश: 9,500 रुपये, 9 हजार 100 रुपये और 7 हजार 800 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो गया है.

खाद्य तेल कीमतों में गिरावट के अनुरूप समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तिलहन, मूंगफली गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड के भाव क्रमश: 170 रुपये, 500 रुपये और 65 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 6 हजार 200 से 6 हजार 260 रुपये,15 हजार 500 रुपये और 2 हजार 335 से 2 हजार 600 रुपये प्रति टिन पर बंद हुए.

इतने आकर रूके रेट 

समीक्षाधीन सप्ताह में कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव 550 रुपये घटकर 7 हजार 850 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है. जबकि पामोलीन दिल्ली का भाव 300 रुपये से गिरकर 9 हजार 200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है.

पामोलीन एक्स कांडला का भाव भी 150 रुपये की हानि के साथ 8 हजार 400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है. इसी तरह बिनौला तेल भी समीक्षाधीन सप्ताह में 150 रुपये की गिरता हुआ दिखाई देकर 8 हजार 200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है.