home page

Chanakya Niti: पत्नी इन 5 मामलों में अपने पति से होती है कई कदम आगे

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि पत्नी हमेशा अपने पती से कुछ मामलों मामलों में आगे ही होती है। पति  अपनी पत्नी से किन मामलों में कभी भी आगे नहीं हो सकता इसे नीचे खबर में विस्तार से जानिए।
 | 
niti shastra

Newz Funda, New Delhi आचार्य चाणक्य को विश्व के महान अर्थशास्‍त्रीए राजनीतिज्ञ और कूटनीतिक में जगह दी गई हैं। आचार्य चाणक्य का नीति शस्त्र में लिखी हुई नीतियां आज भी मानव जीवन पर बिल्कुल स्टीक बैठती है और  समाज के लिए कई मामलों में दर्पण का कार्य कर रही है।

नीति शास्त्र आचार्य चाणक्य की नीतियों का अद्भुत संग्रह हैए जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है। जितना जब इसे लिखा गया था। चाणक्या की इन नीतियों से मानव जीवन को सही दिशा मिलती है।

नीति ग्रंथ यानी चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन को सरल और सफल बनाने से जुड़ी कई बातों का वर्णन किया गया है। चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में करियरए दोस्तीए दाम्पत्य जीवनए धन-संपत्ति और स्त्री से जुड़ी कई बातों का वर्णन बड़े ही विस्तार से लिखा है। 

चाणक्य नीति ने अपने नीति शास्त्र में महिलाओं और पुरुषों के संबंधों के साथ.साथ उनके गुणों का भी बेखूबी उल्लेख किया है। एक श्लोक के जरिए चाणक्य ने ऐसे 4 गुण बताएं है जिसमें महिलाएं पुरुषों से कहीं अधिक होती हैं। 

श्लोक..
स्त्रीणां द्विगुण आहारो बुद्धिस्तासां चतुर्गुणा।

साहसं षड्गुणं चैव कामोष्टगुण उच्यते।।

भूख

स्त्रियों के पहले गुण के बारे में आचार्य चाणक्य  अपने नीति शास्त्र में बताते हैं कि ष् स्त्रीणां द्विगुण आहारो ष् अर्थात महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले कई गुना अधिक भूख लगती है। वो खाने के मामले में हमेशा पुरुषों से आगे ही रहती हैं।

चाणक्य के मत अनुसार महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले दोगुना अधिक भूख लगती है। महिला की शारीरिक संरचना के कारण कार्य करने के लिए उन्हे अधिक कैलोरी की जरूरत पड़ती है। इसलिए शास्त्रों में भी महिलाओं को भरपेट खाना खाने की सलाह दी जाती है।

चालाक

महिलाओं के दूसरे गुण के बारे में चर्चा करते हुए चाणक्य  बताते हैं कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा चालाक यानी बहुत तेज बुद्धि वाली 'बुद्धिस्तासां चतुर्गुणा' होती हैं। 

वो किसी कार्य को भी करने के मामले में पुरुषों से अधिक समझदार होती हैं। महिलाएं जीवन की मुश्किल से मुश्किल परिस्थियों से अपनी बुद्धिमानी का प्रयोग कर से आसानी से निकल जाती हैं।

साहसी 

अमूमन देखा गया है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक साहसी होते हैं। लेकिन चाणक्य  के नीति शास्त्र में इस के बिल्कुल विपरीत बात लिखी हुई है। चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं में पुरुषों से 6 गुना ज्यादा साहस होता है। 

महिलाएं विपरित से विपरित परिस्थिति में भी घबराती नहीं हैं। नीतिशास्‍त्र में चाणक्य लिखते हैं ष् साहसं षड्गुणं ष् यानी कि महिलाओं के भीतर साहस की शक्ति पुरुषों की अपेक्षा 6 गुना अधिक होती है। 

महिलाएं तनाव सहन करने के मामले में भी पुरुषों के मुकाबले ज्यादा आगे होती हैं। वो विपरीत परिस्थिति में भी डटकर खड़ी रहती हैं।

कामुकता 

चाणक्या ने इस श्लोक के माध्यम से महिलाओं की कामवासना पर भी अपनी राय रख तुलनात्मक दृष्टिकोण से बताया है। उन्होंने कहा है कि महिलाएं अधिक कामुक 'कामोष्टगुण उच्यतेद्ध' होती है। महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा 8 गुना अधिक काम भावनाएं होती है। यानी पुरुषों में महिलाओं के मुकाबले यह भावना 8 गुना कम होती है।