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Ajab-Gajab: रेलवे स्टेशन के नीचे बना एक खुफिया कमरा,आ रही थी अजीबोगरीब आवाजें, अंदर का नजारा देख कर डर गए लोग

इस दुनिया में क्या सच में भूत होते है या नही इस सवाल को आज तक वैज्ञानिक भी नही सुलझा पाए हैं। दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग है जो मानते है कि भूत होते हैं। दुनिया में ऐसी कई संस्कृतियां है जिनमे लोग आत्माओं में विशवास करते हैं।

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Newz Funda, New Delhi  कुछ लोग इंसान की मौत होने के बाद दुसरी दुनिया में जाने और वहा रहने पर यकीन करते हैं। भूतो पर यकीन करना एक पैरानॉर्मल एक्टिविटी है जो दुनिया में सबसे ज्यादा मानी जाती है। 

दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग पाए जाते है जिन्हे भूतिया जगहो पर जाना पंसद होता है. इसके साथ-साथ वे भूतो पर लिखी कहानियां पढ़ना और फिल्में देखना भी पंसद  करते हैं। भुतिया जगहो पर जाने का अनुभव कैसा होता है इसे बयान नही किया जा सकता. 

ऐसा ही अनुभव एक रिपोर्टर के साथ हुआ है। लंदन के एक रेलवे स्टेशन के नीचे एक खुफिया कमरा बना हुआ है जिसके अंदर एक रिपोर्टर गई भी और उसने उस कमरे का सारा हाल फोटोज के जरीए पुरी दुनिया को दिखाया। आपको उस कमरे के बारे में जान कर बेहद हैरानी होगी। 

मीडीया रिपोर्ट के अनुसार, लंदन की एक वेबसाइट में काम करने वाली रिपोर्टर एना विल्स हाल ही में लंदन के बीच में बने वॉटरलू रेलवे के नीचे बने कमरों में गई थीं। स्टेशन के प्लेटफॉर्म 16 के नीचे बने कमरों को सबसे भुतिया क्षेत्र कहा जाता है . 

एना बताए अनुसार कमरे के अंदर से लोगो के बोलने की धीमी-धीमी अवाजें आ रही थी जिन्हे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाए एना ने बताया की वह भी घबरा गई थीं.ळेकिन टूर गाइड ने बताया की यह आवाजे भुतिया नही है बल्कि असली हैं.

एना का कहना है कि उस कमरे में जाना सच में एक अनोखा अनुभव था। टूर गाइड की तरफ से हमें बताया गया कि वास्तव में हम जहां पर खड़े थे उसके ठीक बगल में एक कमरे में स्टेशन की सार्वजनिक संबोधन प्रणाली के लिए परीक्षण किट रखी हुई थी। इसलिए हमें घोषणाओं की धीमी आवाजें सुनाई दे रही थीं। 

भूतिया स्टेशन का इतिहास

एना ने कहा कि आवाजें भुतहा नहीं थीं, लेकिन वहां का अनुभव इतना अजीबोगरीब था कि लोग उस गुफा से बाहर निकलने की कोशिश में थे। हाल ही में इस स्टेशन को 175 साल पूर हुए हैं। 1848 में इस स्टेशन की शुरुआत हुई थी, तब 14 स्टेशनों तक ट्रेनें आती जाती थीं।