home page

Ajab Gajab: दुनिया का ऐसा गांव जहां पॉलीथीन लाओ, सोना पाओ! की है स्कीम, जानें क्यों

आजकल के समय में सोना खरीदना काफी मुश्किल है क्योंकि सोने के भाव इतनी ज्यादा है कि इन्हें हर कोई लोग खरीद पाना मुश्किल होता है लेकिन जो आज आपको एक खबर बता रहे हैं आप को कचरे के बदले सोना मिलेगा आइए तो जानते है...

 | 
gold village

Newz Funda, New Delhi सोने के भाव आसमान को छू रहे है, वहीं एक गांव ऐसा भी है जो आपको कचरे के बदले सोना का सिक्का देता है। जम्मू- कश्मीर में एक ऐसा है यहां गांव के सरपंच ने प्लास्टिक कचरे को जमा करने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है।

कहते हैं कि जो चीज एक आदमी के लिए कचरा या उपयोगी ना हो वह किसी दूसरे आदमी का खजाना हो सकती है। जी हां भारत में एक ऐसा गांव है जो प्लास्टिक के कचरे के बदले आपको सिक्का मिलेगा वो भी सोना का।

दक्षिणी कश्मीर में एक सरपंच ने अपने गांव को कचरा मुक्त बनाने के लिए ये कदम उठाया है जो सोशल मीडिया में सुर्खियों का कारण बनी हुई है। सरपंच फारूक अहमद लोगों को कचरे के बदले में सोने के सिक्के देते हैं।

जी हां, यह हैरानी वाली बात है लेकिन गांव का जो भी इंसान प्लास्टिक के कचरे नदियों-नालों में जाने देने की बजाय इकट्ठा करके उन्हें देता है उसे वह सोने का सिक्का देते हैं। हालांकिए यह कचरा 20 क्विंटल या ज्यादा होना चाहिए

प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए

जम्मू.कश्मीर में हिलेर क्षेत्र के सादिवारा गांव के सरपंच ने प्लास्टिक कचरे को खत्म करने के लिए कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस गांव के सरपंच फारूक अहमद गनई गांव को प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त बनाना चाहते हैं।

पेशे से वकील गनई कई तरह की कोशिशें कर चुके, लेकिन उतनी सफलता नहीं मिली थी। हालांकि इस बार उनकी कोशिश रंग ला रही है। इस अभियान को बहुत लोकप्रियता मिली है.

'पॉलिथीन लाओ, सोना का सिक्का पाओ'

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव सादिवारा के सरपंच ने  'प्लास्टिक दो और सोना लो' नाम से अभियान शुरू किया था। इस योजना के तहत यदि कोई 20 क्विंटल प्लास्टिक कचरा देता है तो पंचायत उसे एक सोने का सिक्का देगी।

हालांकि, 20 क्विंटल से कम पॉलीथिन लाने वालों को भी उचित इनाम दिया जाएगा, शायद एक चांदी का सिक्का. हालत ये हो गई कि अभियान शुरू होने के बाद 15 दिन के अंदर पूरे गांव को प्लास्टिक मुक्त घोषित कर दिया गया.

इस अभियान को बहुत लोकप्रियता मिली है. कई रिपोर्ट्स में इस बात का भी जिक्र है कि इसे देखकर आसपास की कई अन्य पंचायतों द्वारा भी इसे अपनाया गया है.

फिलहाल सरपंच का कहना है कि मैंने अपने गांव में इनाम के बदले में पॉलीथिन देने का नारा शुरू किया, जो सफल हो गया. मैंने नदियों और नालों को साफ करने की पहल की थी और अब गांव में सभी ने साइटों को साफ करने में हमारी मदद की है.