home page

रूसी हमले के बीच अमेरिका पहुंचे जेलेंस्की, कहा- हमें लड़ने के लिए और हथियार चाहिए

आज रुस और युक्रेन के युद्ध को 300 दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन अभी तक युद्ध रुकने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है. इसी बीच युद्ध ने एक नया मोड़ लिया है.

 | 
ukrine and america

Newz Funda, New Delhi रूस और यूक्रेन के बीच 10 महीने से चल रहे युद्ध के दौरान पहली बार है जब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की विदेश दौरे पर पहुंचे हैं। वह जो बाइडन से मिलने अमेरिका पहुंचे जहां उनका शादनार स्वागत किया गया। 

यहां एक संयुक्त वार्ता में जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि केवल शांति ही काफी नहीं है बल्कि यूक्रेन की अखंडता और संप्रभुता भी मायने रखती है। जब तक रूस अपने इरादे नहीं छोड़ेगा तब तक युद्ध खत्म होने वाला नहीं है। वहीं अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा कि यूक्रेन कभी अकेला नहीं पड़ेगा। अमेरिका हमेशा उसके साथ खड़ा रहेगा।

संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान बाइडन ने कहा, यूक्रेन की लड़ाई कुछ बड़ी बात के लिए हैं। उन्होंने कहा कि रूस के इस हमले को रोकने और उसके नापाक इरादों के खिलाफ अमेरिका हमेशा यूक्रेन की मदद करता रहेगा। 

उन्होंने कहा, एक देश के राष्ट्रपति के रूप में मेरे लिए केवल शांति जरूरी नहीं है बल्कि हमारी स्वतंत्रता, अखंडता और संप्रभुता भी मायने रखती है।

क्या हैं जेलेंस्की की इस मुलाकात के मायने

जेलेंस्की के अमेरिका पहुंचने से पहले ही बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई का ऐलान किया। यूक्रेन को 45 अऱब डॉलर की सैन्य सहायता देने पर कांग्रेस ने मोहर लगाई है। बाइडन ने कहा, रूस सर्दी के मौसम को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहता है लेकिन यूक्रेन के लोग दुनियाभर के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। 

इसके बाद जेलेंस्की ने भी स्पष्ट कर दिा कि अभी यह युद्ध थमने वाला नहीं हे। इस यात्रा के जरिए जेलेंस्की ने बता दिया है कि रूस के आगे यूक्रेन घुटने टेकने वाला नहीं है और उसके साथ अमेरिका समेत पश्चिमी देश खड़े हुए हैं। 

बाइडन और जेलेंस्की ने इस यात्रा के बारे में फोन पर ही 11 दिसंबर को बात की थी। अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक रविवार को जेलेंस्की ने कन्फर्म किया कि वह अमेरिका पहु्ंच रहे हैं। इसके बाद वाइट हाउस ने जेलेंस्की की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए। 

बाइडेन ने की मदद की बारिश

अमेरिका यूक्रेन को जो 1.8 अरब डॉलर की सैन्य सहायता देने वाला है उसमें पैट्रियॉट मिसाइल बैटरी औऱ प्रेसिजन गाइडेड बम भी शामिल हैं जिनका इस्तेमाल फाइटर जेट में किया जाता है। वहीं रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह के हथियार सप्लाई करना एक तरह से यूक्रेन के खिलाफ कार्रवाई के लिए उकसाना है। 

वहीं बाइडन का कहना है कि यह रक्षात्मक उपकरण हैं। बता दें कि जब जेलेंस्की अमेरिका पहुंचे तो वाइट हाउस में उके स्वागत के लिए अमेरिकी सांसद भी तत्पर थे।