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'72 हूरें' पर लगा प्रोपेगैंडा का आरोप, लोगो ने कहा, '1000 की टिकट हुई तो भी देखेंगे...'

फिल्म ’72 हूरें’ की रिलीज से पहले ही इस पर मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लग गया था. पुलिस में शिकायत दर्ज हुई कि ’72 हूरें’ (72 Hoorain) खास कम्यूनिटी की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है और देश को बांटने की कोशिश कर रही है.
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'72 हूरें' पर लगा प्रोपेगैंडा का आरोप

Newz Funda, New Delhi: फिल्म ’72 हूरें’ की रिलीज से पहले ही इस पर मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लग गया था. पुलिस में शिकायत दर्ज हुई कि ’72 हूरें’ (72 Hoorain) खास कम्यूनिटी की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है और देश को बांटने की कोशिश कर रही है. फिल्म पर बैन लगाने की मांग भी उठी. मगर फिल्म देखने के बाद, काफी लोगों का फिल्म को लेकर नजरिया बदल गया. वे सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर रिएक्शन दे रहे हैं.

’72 हूरें’ धर्म की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे घिनौने लोगों के भयानक मंसूबों के खिलाफ लड़ रही है. ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने अपने ट्विटर रिव्यू में इस फिल्म को साढ़े तीन स्टार दिए हैं. वे लिखते हैं, ‘आपको फिल्म पचाने के लिए मजबूत दिलो-दिमाग चाहिए. यह दो आतंकवादियों/आत्मघाती हमलावरों की दिल दहला देने वाली कहानी है, जिनमें उनकी दुविधा और भटकाव को दिखाया गया है.’ फिल्म का पॉजिटिव रिव्यू पढ़ने के बाद लोग इसे देखने के लिए प्रेरित हो रहे हैं.

’72 हूरें’ पर दो मतों में बंटे नेटिजेंस
कई लोग ’72 हूरें’ को प्रोपेगैंडा फिल्म बता रहे हैं, जिसके जवाब में एक दूसरा यूजर कहता है, ‘सच हमेशा असहज कर देता है, जिसको यह प्रोपेगैंडा लगता है, वो समझो आतंकवाद का सपोर्टर है.’ तीसरा यूजर कहता है, ‘यह पक्का है कि कुछ लोगों को इससे ठेस पहुंचेगी.’ चौथा यूजर कहता है, ‘फिल्म शानदार थी.’ पांचवां यूजर कमेंट करता है, ‘भक्तों के पैसे खत्म हो गए हैं, अब थियेटर नहीं जाने वाले.’ एक नेटिजेंस ने आरोप लगाया कि विशेष धर्म के लोगों को ही निगेटिव शेड में दिखाया जा रहा है, जबकि ऐसा दूसरे धर्मों में भी है.
आतंकवाद के खिलाफ जंग है ’72 हूरें’
’72 हूरें’ के सह-निर्माता अशोक पंडित ने बीते दिनों इसे प्रोपेगैंडा और धर्म-विशेष पर केन्द्रित फिल्म बताने वालों को करारा जवाब दिया जो आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों से भटकाने के लिए, विषय को धर्म की ओर मोड़ने की कोशिश करते हैं. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बात कही. अशोक पंडित की एक पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर ने कमेंट किया है, ‘1000 रुपये की टिकट भी हुई, तो भी हम देखेंगे.’ ’72 हूरें’ के लिए डायरेक्टर संजय पूरन सिंह चौहान राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं. फिल्म में पवन मल्होत्रा, आमिर बशीर, रशीद नाज ने बेहतरीन अभिनय किया है.