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कोटा: 24 घंटों में दो छात्रों ने ले ली खुद की जान, 2 महिनों के लिए कोचिंग सेंटरों में लगी रूटीन टेस्ट पर रोक

खबर मिली है कि राजस्थान के कोटा में रविवार को दो छात्रों नें सुसाइड कर लिया, जिसमें से एक 3 साल से और दूसरा डेढ़ साल से कोटा में रह कर तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने जानकारी दी है कि इस साल कोटा में रह कर तैयारी कर रहे 22 छात्रों ने सुसाइड किया है।

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Newz Funda, New Delhi रविवार को कोटा में NEET की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने अपनी जान दे दी है.इस साल कोटा में 22 छात्रों की मौत हुई है। यह घटना 4 घंटों के अंदर हुई है। मरने वाले छात्र  अविष्कार शंबाजी कासले (17) ने जवाहर नगर में कोचिंग सेंटर की छठी मजिंल से कुद कर जान दे दी। 

पुलिस ने बताया है कि उसने ऐसा इंस्टीट्यूट मेंं टेस्ट देने के बाद किया। विज्ञान नगर के सीओ धर्मवीर ने बताया कि कासले को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

कासले कि मौत के ठीक 4 घटें बाद ही आदर्श राज नें भी फांसी लगा कर सुसाइड कर लिया। पुलिस का कगना है कि आदर्श प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। उसने रविवार शाम 7 बजे के आसपास अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा कर जान दे दी।

जानकारी मिली है कि आदर्श की बहन और उसका चचेरा भाई 7.30 बजे के करीब फ्लैट पर पहुंचे, लेकिन दरवाजा अंगर से बंद था जब उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो आदर्श को फांसी पर लटका पाया वे उसे अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया 

महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला था एक छात्र

बताया जा रहा है कि मरने वाला छात्र कालसे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला था वह तीन साल से कोटा में रह कर नीट की तैयारी कर रहा था उसके माता-पिता शिक्षक है। वह अपने नाना-नानी के साथ तलंवड़ी के इलाके में किराए पर रहता था। 

दूसरा छात्र बिहार के रोहतास का रहने वाला था

दूसरा छात्र बिहार का रहने वाला था जो कि पिछले साल हा कोटा में आ कर तैयारी करने लगा था वह अपने चचेरे भाई और अपना बहन के साथ किराए के मकान में रहता था पुलिस का कहना है कि किसी भी छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट नही मिला है। जानकारी मिला है कि छात्र कासले ने दोपहर को सेंटर में नियमित परिक्षा दी थी इसके बाद उसने सेंटर की छठी मजिंल से कूद कर जान दे दी।

 रूटीन टेस्ट में आए थे कम नंबर

पुलिस ने कहा, बिल्डिंग की घुमावदार सीढ़ियां ढकी हुई नहीं थीं और इसकी जांच की जाएगी कि कालसे कर्मचारियों और अन्य छात्रों की मौजूदगी के बीच छठी मंजिल पर कैसे चढ़ गया. सीओ ने कहा, कासले की सुसाइड के पीछे संस्थान में रूटीन टेस्ट में उसके कम नंबर हो सकते हैं क्योंकि वह पहले अच्छे अंक प्राप्त कर रहा था, लेकिन आखिरी टेस्ट में 575 नंबर में से उसके 288 ही आए थे. 

रूटीन टेस्ट पर दो महीने तक रोक

वहीं राज्य सरकार ने कोटा के कोचिंग सेंटरों में रूटीन टेस्ट कराने पर रोक लगा दी है. सरकार की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, अगले दो महीने तक बच्चों को मेंटल सपोर्ट और सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, इसके लिए दो महीने तक रूटीन टेस्ट आयोजित नहीं किए जाएंगे.