Delhi-NCR में आ सकता है 7.9 तीव्रता जैसा Earthquake! ये 13 इलाके बेहद खतरनाक जोन में
Earthquake को लेकर विशेषज्ञों की ओर से चेतावनी दी गई है कि Delhi-NCR में बड़ा भूकंप आ सकता है।
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Newz Funda, New Delhi Delhi-NCR में रहने वालों के लिए बड़ी खबर हम लेकर आए हैं। यहां बड़े भूकंप की चेतावनी विशेषज्ञों की ओर से दी गई है।
बता दें कि राजधानी दिल्ली और एनसीआर में शनिवार को धरती कांपी है। रात के समय कई क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भूकंप का कारण नेपाल का केंद्र होना माना जा रहा है। इसके साथ-साथ उत्तराखंड में भी झटके लगे।
सप्ताह भर पहले भी धरती कांपी थी, लोगों में भी अब भी दहशत है। विशेषज्ञों की ओर से सामने आया है कि दिल्ली में बड़े भूकंप का खतरा है।
जब भी विदेश यानी नेपाल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान में धरती कांपी है, इसका असर दिल्ली पर भी दिखा है।
अब राष्ट्रीय राजधानी को लेकर बड़ा भूंकप आने की बात कही गई है। यहां 7.9 तीव्रता का भूकंप तबाही मचा सकता है। नेपाल में भी 2015 में जो तबाही आई थी, वह भूकंप 7.8 स्केल का था।
दिल्ली की तैयारी भी भूकंप से निपटने को खास नहीं दिखती है। यहां पर गगनचुंबी इमारतों के साथ ही कई स्लम बस्तियां भी हैं। ये इलाके खतरनाक जोन में आते हैं।
जिस भूकंप के कारण 2001 में भुज में तबाही आई, वह भी इतनी ही तीव्रता का बताया जा रहा है। दिल्ली को पहले ही चेताया गया था कि भूकंप आने के बाद घनी आबादी के कारण ही तबाही होगी।
इमारतों के निर्माण में सावधानियां भी नहीं बरती गई। दिल्ली 6 तीव्रता का भूकंप भी नहीं झेल सकती है। जिसके बाद भी बचाव के उपाय नहीं किए गए।
दिल्ली में यमुना नदी के किनारे के ज्यादातर इलाके सबसे खतरनाक हैं। जहां भूकंप के बाद ज्यादा खतरा बताया गया है। वहीं, उत्तरी दिल्ली का कुछ हिस्सा भी इससे अछूता नहीं है।
दक्षिण पश्चिम दिल्ली में भी ऐसा ही हाल है।
इन इलाकों में है ज्यादा खतरा
वहीं, दिल्ली यूनिवर्सिटी का नार्थ कैंपस, सरिता विहार, साथ लगती गीता कॉलोनी, शकरपुर, पश्चिम विहार, वजीराबाद, रिठाला, रोहिणी, जहांगीरपुरी, बवाना, करोलबाग, जनकपुरी को भी डेंजर जोन में डाला गया है।
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बुराड़ी और नजफगढ़ का भी ऐसा ही हाल है।
संसद, तमाम मंत्रालय और वीआईपीज के आवास भी कम खतरनाक पोजीशन में हैं।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, एम्स, छतरपुर, नारायणा को सेफ माना गया है।