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Earthquake News: दिल्ली-NCR में भूकंप से डेढ़ घंटे में दो बार हिली धरती, नेपाल में 6 लोग मरे; ये रही तीव्रता

दिल्ली और एनसीआर समेत कई इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।

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Newz Funda, New Delhi भूंकप आने की बात दिल्ली NCR और नेपाल में सामने आई है।

बताया जा रहा है कि करीब 10 सेकंड तक भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर समेत विदेश में भी महसूस किए गए हैं। जिसके बाद कई वीडियो भी सामने आया है।

विशेषज्ञों के अनुसार नेपाल में जो भूकंप आया है, उसकी तीव्रता 6.3 दर्ज की गई है। वहीं, उत्तर भारत में भी झटके महसूस किए गए हैं।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कई खास बातें बताई हैं।

जिसके अनुसार भूकंप 9 नवंबर रात में करीब एक बजकर 57 मिनट पर आया था, जमीन के 10 किलोमीटर नीचे इसका एपिसेंटर नेपाल के मणिपुर में बताया गया है।

नेपाल में जो पहले भूकंप आया, वो देर रात एक बजकर 57 मिनट के बाद आया था। इसके बाद 3 बजकर 15 मिनट पर धरती को हिलते हुए देखा गया।

बताया ये भी गया है कि 4 घंटे में दो बार झटके रिकॉर्ड किए गए हैं। तीव्रता भी 6.3 बताई गई है। 8 नवंबर की रात 9 बजे भी नेपाल में भूकंप 4.9 की तीव्रता के हिसाब से आया।

वहीं, 12 बजे मिजोरम में भी 8 नवंबर को धरती 4.4  की तीव्रता से हिलने की बात सामने आ रही है। 

नुकसान की खबर नेपाल से सामने आ रही है। जहां पर 6 लोगों की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि ये लोग घर में सो रहे थे। और मामला वहां के दोती जिले का है।

रात में 2 बजे भूकंप से घर गिरा, जिसमें 5 लोगों को चोटें भी आई। नेपाली सेना रेस्क्यू में जुटी है।

वहीं, यूपी, बिहार, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड में भी भूकंप की बात सामने आई है। दिल्ली-NCR में तो कंपन होते ही लोग घरों के बाहर निकले। भूकंप के समय लोग सो रहे थे।

जिसके कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं। भूकंप आने के बाद #earthquake के संबंध में ट्विटर पर लगभग 20 हजार ट्वीट तो आधे घंटे में ही कर दिए गए।  

यहां पर भी महसूस किए गए झटके

वहीं, बताया गया है कि सुबह करीब 6.27 बजे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया कि भूकंप की तीव्रता 4.3 रही।

जो जमीन से नीचे 5 किलोमीटर तक गहराई वाला भूकंप था। भूगर्भ वैज्ञानिकों ने भूकंप को लेकर चौंकाने वाली बातों को बताया है। टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल से भूकंप आता है।

वहीं, ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी धरती हिलती है। इसके हिलने का अंदाजा रिएक्टर स्केल पर मापा जाता है।

6 की तीव्रता का भूकंप खतरनाक माना जाता है। इससे कम रहने पर ज्यादा नुकसान नहीं होता।