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'शिकार' की तलाश में कमरे में घुस आया 8 फीट का मगरमच्छ, जान बचाने के लिए भागा परिवार

इटावा में रात के समय एक परिवार रात को सोने जा रहा था, कि उसी दौरान उनके कमरे में एक 8 फीट का मगरमच्छ घुस आया। जिससे देख परिवार के सदस्य...
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crocodile

Newz Funda, Uttar Pardesh उत्तर प्रदेश के इटावा में एक अजीब सी घटना घटित हुई। यहां रात के समय एक परिवार अपने घर में सोने की तैयारियां कर रहा था कि उसी दौरान कमरे में 8 फीट का मगरमच्छ घुस आया।

जैसे ही परिवार के सदस्यों ने मगरमच्छ देखा तो हड़कंप मच गया। मगरमच्छ देख पूरा परिवार इधर उधर भागने लगे। जैसे ही यह खबर गांव में फैली तो मौके पर ही घर के सामने भीड़ जुट गई।

नजदीकी थाना में सूचना दी गई और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और मगरमच्द को कमरे में ही बंद करवा दिया। जिसके बाद सुबह होने पर रेस्क्यू किया गया। स्थानीय निवासी हरनाम सिंह ने बताया कि मगरमच्छ हमारी बकरियों के पास सबसे पहले गयाए उसके बाद वह घर के अंदर आ गया।

मिली जानकारी अनुसार, इटावा के बैदपुरा क्षेत्र स्थित महिला सेंट्रल जेल के नजदीक गांव के हरनाम सिंह के घर में रात करीब 10 बजे कमरे में 8 फीट लंबा मगरमच्छ घुस आया। जैसे की परिवार के लोगों की नजर उसपर पड़ी तो सभी लोग जान बचाने के लिए कमरे से बाहर निकले और जान बचाने के लिए पड़ोसी के घर पर चले गए। 

जिसके बाद वहीं रहने वाले हरनाम सिंह ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ को कमरे के अंदर ही बंद करवा दिया। जिसके बाद मगरमच्छ होने की सूना वन्यजीव विशेषज्ञ को दी।

अगली सुबह होने पर वन्यजीव विशेषज्ञ डॉण् आशीष त्रिपाठी ने मगरमच्छ का उस घर से रेस्क्यू किया। जानकारी अनुसार मगरमच्छ को वन विभाग एवं वाइल्डलाइफ की टीम के सुपुर्द कर दिया गया।

मगरमच्छ का रेस्क्यू करने वाले डॉण् आशीष त्रिपाठी ने जानकारी दी कि घर में मगरमच्छ घुसने की सूचना प्राप्त हुई थी। जब मौके पर जाकर देखा तो जुवेनाइल मगरमच्छ है।

घर में मगरमच्छ की सूचना पाकर गांव वाले बहुत भयभीत थे। इस प्रजाती के मगरमच्छ बहुत ही हमलावर और एग्रेसिव स्वभाव के होते है। घर में एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया है।

टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मगरमच्छ की लंबाई 8 फीट हैए उम्र लगभग डेढ़ से दो वर्ष कि हैं। मगरमच्छ भोगनीपुर नहर से भोजन की तलाश में गांव में घुस आया था। जिससे अब पकड़कर  यमुना या चंबल के प्राकृतिक वास में छोड़ दिया जाएगा.