Hockey World Cup 2023 में भारतीय को हुआ बड़ा नुकसान, गंभीर चोट के चलते हार्दिक सिंह को किया बाहर
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Newz Funda, New Delhi भारतीय हॉकी टीम क्रॉस ओवर मैच में रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ भिड़ने वाली है. जिसको लेकर बहुत बूरी खबर सामने आ रही है कि चोट के कारण टीम का सबसे खतरनाक खिलाड़ी हार्दिक सिंह को टीम से बाहर कर दिया है.
खबर मिली है कि हार्दिक सिंह पूरी तरह से अनफिट हैं. शनिवार को FIH के वर्ल्ड कप से बाहर हो गये हैं. जानकारी के मुताबिक हार्दिक इंग्लैंड के साथ खेले गये मैच में किसी चोट के कारण बाहर हो गये थे. जिसके बाद हार्दिक एक भी मैच नहीं खेल पाये थे.
भारतीय टीम को लगा बड़ा झटका
हार्दिक का टीम में होना बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि पहले से ही भारतीय टीम खराब स्थिति से जुझ रही है. भारत क्रॉसओवर में न्यूजीलैंड को मात दे देता है तो क्वार्टर फाइनल में भारत का मुकाबला बेल्जियम से होने वाला है.
स्पेन के खिलाफ भारत की टीम में हार्दिक की जगह पर अकेले गोल करने वाले राजपाल को लिया गया था. हॉकी इंडिया ने जानकारी दी है कि हार्दिक वर्ल्ड कप नहीं खेलने वाले हैं. क्योंकि उनको चोट लगी हुई है. हॉकी टीम इंडिया ने यह फैसला पूरा जायजा करने के बाद ही लिया गया है.
कोच ग्राहम रीड ने दिया ये बयान
भारतीय कोच ग्राहम रीड ने हाल ही में एक ब्यान पेश किया है. टीम प्रबंधन ने हार्दिक के बाहर होने के फैसले पर कहा है कि हमें न्यूजलैंड के खिलाफ होने वाले मैच तथा वर्ल्ड कप में हार्दिक की जगह किसी जाबाज खिलाड़ी को टीम में शामिल करना होगा. अब देखतें है कि टीम में किसको मौका दिया जाता है.
चयन बोर्ड का कहना है कि हमें हार्दिक की चोट शुरु में ज्यादा सीरियस नहीं लगी थी, लेकिन जैसे ही बाद में हार्दिक की हालत का जायजा लिया गया तो पता चला की हार्दिक को चोट ज्यादा आई है. जानकारी के मुताबिक यह पता चला है कि हार्दिक की जगह राजपाल को मौका दिया जा रहा है.
हार्दिक ने शेयर किया ये पोस्ट
हार्दिक को अपनी चोट से ज्यादा दर्द टीम से बाहर होने का है. हाल ही में सोशल मीडिया पर हार्दिक ने एक पोस्ट शेयर करते हुए ये कहा है कि मेरा सपना था कि मैं टीम को वर्ल्ड कप जिताउं लेकिन मेरा सपना इस चोट के कारण टुट गया है. मैं इस चोट को हर मौके पर स्वीकार कर सकता था लेकिन इस मौके पर इस चोट ने मुझे बहुत दर्द दिया है.
किसी ने ठीक ही कहा है कि जो होता है उसके पीछे कोई-न- कोई कारण जरुर होता है, तो इस समय मैं उसी का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं. मुझे ये भी लगता है कि इसे करने में बहुत समय भी लग सकता है.
लेकिन मैंने जो मन में सोच लिया है वह मैं करके ही दम लेता हूं. मुझे बहुत दुख हो रहा है कि मैं टीम को मेरे होते हुए भी सहयोग नहीं दे पा रहा हूं. लेकिन हमारे लिए यह गेम खत्म नहीं हुआ है. अभी भी बहुत कुछ देखने को बाकि है. असल में तो यह गेम अब शुरु हुआ है.