अब Digital Rupee में हो सकेगा भुगतान, RBI के निर्देशों के बाद इन बैंकों का वॉलेट आएगा सबसे काम
आरबीआई ने खास सुविधा शुरू की है। जिसके तहत डिजिटल रुपये के ट्रायल के लिए 9 बैंकों को निर्देश दिए गए हैं।
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Newz Funda, New Delhi जल्द ही एक खास सुविधा का प्रारंभ बैंकों में किया जा रहा है। जो आरबीआई के निर्देशों के बाद है। जिसके तहत 9 बैंकों को नया प्लेटफॉर्म दिया गया है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जो घोषणा की गई है, वह खुदरा स्तर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करने की है।
जिसके तहत ही पूरे प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाया जाना है। 1 दिसंबर से रिटेल सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के तहत ही आरबीआई की ओर से पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाना है।
जिसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आगे आपको पूरी जानकारी दी जा रही है।
आरबीआई ने कहा कि डिजिटल रुपया एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा, जो लीगल टेंडर यानी वैध मुद्रा होगी। आरबीआई ने कहा है कि वह एक दिसंबर को खुदरा डिजिटल रुपये (e₹-R) के लिए पहली खेप लॉन्च करेगी।
आरबीआई ने यह भी बताया कि डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं।
यानी नोट के मूल्य जितना ही डिजिटल रुपया भी होगा। आरबीआई ने कहा कि एक दिसंबर को बंद उपयोगकर्ता समूह (सीयूजी) में चुनिंदा जगहों पर यह परीक्षण किया जाएगा। इसमें ग्राहक एवं बैंक मर्चेंट दोनों शामिल होंगे।
डिजिटल वॉलेट के जरिए हो सकेगा भुगतान
यूजर्स भागीदार बैंकों की ओर से पेश किए गए और मोबाइल फोन पर स्टोर डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-आर (e₹-R) के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे।
आरबीआई ने कहा कि लेनदेन पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) दोनों हो सकते हैं। वहीं, व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकता है।
इन चार बैंकों को मिली जिम्मेदारी
डिजिटल रुपये के खुदरा उपयोग के इस परीक्षण में भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक समेत चार बैंक शामिल होंगे। यह परीक्षण दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में किया जाएगा।
डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा और उपयोगकर्ता पायलट परीक्षण में शामिल होने वाले बैंकों की तरफ से पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपये में लेनदेन कर पाएंगे।
आरबीआई ने कहा कि यह डिजिटल रुपया परंपरागत नकद मुद्रा की ही तरह धारक को भरोसा, सुरक्षा एवं अंतिम समाधान की खूबियों से भी लैस होगा।
नकदी की ही तरह डिजिटल रुपया के धारक को भी किसी तरह का ब्याज नहीं मिलेगा और इसे बैंकों के पास जमा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।