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Relationship tips: कहीं गैसलाइटिंग ही तो नहीं बन रहा आपके रिश्ते को खराब करने की वजह, इन 5 कारणों से जाने

इन दिनों रिलेशनशिप में शब्‍द का प्रयोग काफी किया जा रहा है. यह एक प्रकार का मानसिक और भावनात्‍मक शोषण का रूप है जो रिश्‍ते को तोड़ने या रिश्‍ते में मानसिक प्रताड़ना का बहुत ही बड़ा कारण होता है. रिश्‍ते में गैसलाइटिंग यानी छल से अपने पार्टनर पर हावी का प्रयास करना.
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Relationship tips: कहीं गैसलाइटिंग ही तो नहीं बन रहा आपके रिश्ते को खराब करने की वजह, इन 5 कारणों से जाने 

Newz Funda, New delhi: इन दिनों रिलेशनशिप में गैसलाइटिंग शब्‍द का प्रयोग काफी किया जा रहा है. यह एक प्रकार का मानसिक और भावनात्‍मक शोषण का रूप है जो रिश्‍ते को तोड़ने या रिश्‍ते में मानसिक प्रताड़ना का बहुत ही बड़ा कारण होता है. रिश्‍ते में गैसलाइटिंग यानी छल से अपने पार्टनर पर हावी का प्रयास करना. यह रिश्ते को भावनात्‍मक रूप से तोड़ने का काम करता है. ऐसी कंडीशन में पार्टनर मानसिक रूप से खुद को टूटता महसूस करता है.

वेबएमडी के मुताबिक, यह तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने पार्टनर को आश्वस्त करता है कि वह चीजों को गलत तरीके से समझ या सोच रहा है और वह घटनाओं की गलत तरीके से व्याख्या करते हुए विश्‍वास दिलाता है कि वह जो सोच या कर रहा है, दरअसल वही सही है.

रिश्‍ते में गैसलाइटिंग
गैसलाइटिंग अनहेल्‍दी रिलेशनशिप का एक बहुत ही कॉमन प्रकार है. यह प्‍यार के किसी भी स्‍टेज में हो सकता है, टीनएज, इंगेजमेंट यहां तक कि शादी के बाद भी. इसके शुरुआती चरण में इंसान पहले भरोसा जीतता है फिर भावनात्‍मक रूप से गलत चीजों को उस पर थोपने का प्रयास करता है और हावी होने का हर संभव प्रयास करता है. हालांकि इस दौरान माफी मांगना, इमोशनल बातें करना भी कॉमन है.

क्या हैं गैसलाइटिंग की पहचान  
– सफेद झूठ बोलना
– प्रूफ होने के बाद भी स्‍वीकार नहीं करना
– आपके अपने निर्णयों व सोच को लेकर मन में शंका पैदा कराना
– दूसरों से भरोसा तोड़ने का प्रयास करना और लोगों से मिलने जुलने से रोकने का प्रयास
– हर वक्‍त आपको गलत ठहराना, जिससे आपकी सारी उम्‍मीदें खत्‍म हो जाएं

गैसलाइटिंग का असर
गैसलाइटिंग आपकी मेंटल हेल्‍थ को काफी प्रभावित करता है. आप इमोशनल अब्‍यूज के शिकार होने की वजह से रिश्‍ते पर भरोसा नहीं कर पाते. आप सच और झूठ की पहचान करने में परेशानी महसूस करते हैं.

इस तरह करें खुद का बचाव
संकेतों को पहचानें कि आपके साथ गैसलाइटिंग हो रहा है या नहीं.
-अगर आप गैसलाइटिंग से जूझ रहे हैं तो रिश्‍ते में थोड़ा स्‍पेस बनाएं और सबूत इकट्ठा करें.
-अपने व्यवहार में बदलाव लाएं और खुद के लिए आवाज उठाएं.
खुद पर विश्‍वास रखें और अपनी बातों पर डटे रहें.
पहले से कहीं अधिक सेल्फ केयर पर ध्यान दें.
हालात से बाहर आने के लिए अपनों की मदद लें.
आप प्रोफेशनल सपोर्ट भी ले सकते हैं.