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मेरी कहानी: मेरे ढोंगी गुरू ने गुप्त रूप से एक पत्नी रखी हुई थी, जिसके साथ वह रोज रात लेटकर करता है...

मैंने अपने जीवन को शांतिपूर्ण तरीके से बिताने के लिए गुरुकुल में दाखिला लिया। वहां मुझे पता चला कि मेरे गुरु की गुप्‍त रूप से एक पत्नी है, जिसने मेरे मन में कई सवाल खड़े कर दिए।
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Newz Funda, Viral Desk my yoga guru secretly has a wife and this truth shook me

यह कहानी मेरे बारे में नहीं है बल्कि उन लोगों के बारे में है, जो दुनिया के सामने खुद को बहुत ज्यादा सच्चा दिखाते हैं। लेकिन वह अंदर से इतने ज्यादा दुष्ट होते हैं कि कोई भी उनके छिपे रहस्‍यों को भाप नहीं पाता। मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही था, लेकिन एक घटना से मैंने अपने ढोंगी गुरू की सच्चाई को परख लिया। 

दरअसल, यह मामला उस समय का है, जब मैंने भौतिकता से परे जीवन का अनुभव करने के लिए गुरुकुल जाना शुरू किया था। मैंने यह फैसला इसलिए लिया था कि क्योंकि मैं चलकर अपने जीवन को बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से बिताना चाहता था।

मेरा गुरुकुल बहुत ही खूबसूरत था। वहां एक अच्‍छा गुरू था, जो देखने में 30 की उम्र का लग रहा था। उनकी कद-काठी भी अच्छी खासी थी। वह जब मंत्रों का जाप करता था, तो बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगता था। लेकिन उसके बारे में मुझे एक ऐसी सच्‍चाई पता चली, जिसने मुझे अंदर तक झकझोर कर दिया। (सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, हम यूजर्स द्वारा शेयर की गई स्टोरी में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं)

मुझे वो बहुत ही समझदार लगा

मैंने गुरुकुल जाना शुरू किया, जो व्यावहारिक रूप से एक योग और ध्यान विद्यालय था। यहां मैंने 20 दिन के रिट्रीट साइन किया था। वहां होना मेरे लिए बहुत ही खुशी की बात थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मेरा पाला वहां के सबसे अच्छे गुरू से पड़ा था। उनकी क्लास में मुझे मजा आने लगा था।

एक बार उन्होंने बताया कि कैसे ब्रह्मचर्य को अपनाने से लोगों को कामुक इच्छाओं को दूर करने में मदद मिलती है। उनकी बात सुनकर मैं चौंक गया था। ऐसा इसलिए क्‍योंकि सेक्‍स पहली चीज थी, जिसे जानने के बाद मेरी दिन भर की थकान दूर हो गई थी। सभी ने उनकी बातों की बहुत तारीफ की। मैं भी उनमें से एक था। वह मुझे बहुत ही ज्यादा समझदार लगा।

मां का फोन आ गया

कार्यक्रम के अंत के दिनों में मैंने उससे बात करने का सोचा। मैं उससे पूछना चाहता था कि कैसे ब्रह्मचर्य को जारी रखा जाए। ऐसे में आखिरी दिन कक्षा समाप्‍त होने के बाद मैं उससे बात करने के लिए उसके पास गया, लेकिन वह जल्‍दी से वहां से चला गया था। मैंने उसका पीछा भी किया। ऐसा इसलिए क्‍योंकि फिर मुझे उससे बात करने का मौका नहीं मिलने वाला था।

मैं उसे फोन करने ही वाला था कि अचानक से मेरी मां का मैसेज मुझे मिला, जिसके बाद मैंने सबसे पहले अपनी मां को फोन लगाया। हालांकि, वह बस जानना चाहती थीं कि मैं घर कब वापस आ रहा हूं। इसलिए हमने कुछ देर ही बात की।

कमरे से आ रही थी अजीब आवाज

मां से बात करने के बाद मैं गुरूजी के कमरे की तरफ पहुंचा। इस दौरान उसके घर से कुछ अजीब आवाजें आ रही थीं। उन अजीब आवाजों को सुनकर मैं धीरे-धीरे कमरे के पास गया। इस दौरान मैंने दो लोगों के कराहने की आवाज सुनी, जिसमें से एक गुरूजी की थी। गुरूजी की आवाज सुनकर मैंने दरवाजा खटखटाया।

उतने में उसने पूछा कौन है। मैंने उसे अपने परिचय दिया। मेरी आवाज सुनकर वह हैरान हो गया। उसे देखकर मुझे गुस्‍सा आ रहा था क्‍योंकि वह गुरुकुल में ऐसा प्रचार कर रहा था, जिस पर वह खुद अमल नहीं कर रहा था।

गुरूजी की पत्‍नी थी

जिस स्‍त्री को तुम देख रहे हो, वह मेरी पत्‍नी है। मुझे इस योग विद्यालय में अपनी पत्‍नी के न होने के बारे में चुप रहने के लिए कहा गया था। मैं बहुत गरीब आदमी हूं। घर में मेरे दो छोटे बच्‍चे हैं। इसलिए इस बारे में किसी को कुछ ना बताएं। मैं मानता हूं कि यह नियमाें के खिलाफ है, लेकिन ये मेरी रोजी-रोटी का एकमात्र जरिया है।

उसकी सभी बातों को सुनकर मैं दंग रहा गया। मेरे पास कहने के लिए शब्‍द नहीं थे। मैं चुपचाप वहां से चला आया। इस दौरान मैं सोचने लगा कि यह कैसा स्‍कूल है, जहां मुखौटा लगाकर अमीर लोगों के पैसे ठगे जा रहे थे। वह कोई वास्तविक गुरु नहीं था। 

वह केवल पैसे के लिए वहां काम कर रहा था। लेकिन मैं जल्‍द से जल्‍द यहां से निकलना चाहता था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्‍या करना चहिए। इस घटना के बाद जैसे ही मेरा कोर्स खत्म हुआ मैं घर लौट आया।