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मेरी कहानी: मैं और मेरे पति दोनों प्राईवेट में नहीं कर सकते हैं कोई काम, जिसका कारण है मेरे सास-ससुर

मेरी शादीशुदा जिंदगी में एकदम से भूचाल आ गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं अपने सास-ससुर के साथ रह रही हूं। मेरी जिंदगी में अब कोई भी प्राइवेसी नहीं बची है।

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meri kahani k baare m aap kya jaante

Newz Funda, Viral Desk सवाल: मैं एक विवाहित महिला हूं। मेरी शादी को कुछ ही समय हुआ है। शादी के बाद मैं अपने पति के माता-पिता के साथ ही रही हूं, जोकि अब मेरे लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बनता जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुझसे और मेरे पति से छोटी-छोटी बातों का हिसाब लिया जाता है। 

दरअसल, कोई भी बिना दस्तक दिए हमारे कमरे में चला आता है। हमसे अक्सर पूछा जाता है कि हम दोनों कहां हैं? अगर हम ऑनलाइन कुछ मंगवाते हैं, तो सबको जानना होता है उसमें क्या है? हालांकि, हम सभी के अपने-अपने कमरे हैं, लेकिन इसके बाद भी हमारे जीवन में बहुत ज्यादा हस्तक्षेप है।

इस बात पर मैं ही नहीं बल्कि मेरे पति भी चिढ़ जाते हैं। लेकिन जब बात आती है, अपने घरवालों से इस मुद्दे पर चर्चा करने की, तो वह उनके सामने कभी खड़े नहीं होते। 

हालांकि, मैं भी नहीं चाहती हूं कि वह अपने परिवार के साथ असभ्य हो, लेकिन उन्हें यह तो बताना पड़ेगा कि इस वजह से हमारी शादीशुदा जिंदगी कितनी ज्यादा डिस्टर्ब हो रही है। इतना ही नहीं, मेरे ससुर अक्सर मेरे पति पर बच्चे की तरह चिल्लाते हैं, जोकि मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है। 

मुझे लगता है कि मेरे पति में किसी का भी सामना करने की हिम्मत नहीं है। यही एक वजह भी है कि मेरे मन में उनके लिए कोई सम्मान नहीं बचा है। (सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, हम यूजर्स द्वारा शेयर की गई स्टोरी में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं)

एक्सपर्ट का जवाब

एआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ रियलाइजेशन एंड एआईआर सेंटर ऑफ एनलाइटनमेंट के संस्थापक रवि कहते हैं कि अब जब आपकी शादी हो चुकी है, तो आपको यह स्वीकार करना होगा कि आपका पति शुरू से ही अपने माता-पिता के साथ रह रहा है। ऐसे में वह एकदम से नहीं बदल सकते हैं।

या तो आप अपनी शादी तोड़ सकती हैं या इस रिश्ते में सम्मान के साथ आगे बढ़ सकती हैं। चुनना पूरी तरह आपको है। आप चाहें तो अपने पति को प्यार से जीत सकती हैं। प्यार जादुई है। आप उन्हें प्यार की भाषा में समझा सकती हैं कि इसका असर आपकी मैरिड लाइफ पर पड़ रहा है।

माता-पिता को भी समझना चाहिए

जैसा कि आपने कहा कि बहुत बार आपके पति भी चिढ़ जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी वह अपने पैरेंट्स से कुछ भी नहीं कहते हैं। 

ऐसे में मैं यही कहूंगा कि अपने पति को थोड़ा समय दें। हो सकता है कि एक समय बाद वह इस समस्या का सामना करें और अपने माता-पिता को बताएं कि उनके जीवन में क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं।

हालांकि, इस सब में सबसे अच्छी बात तो यह है कि आप उनके माता-पिता का अनादर करने का इरादा नहीं रखती हैं। लेकिन अब आपके मन में अपने पति के लिए प्यार कम हो रहा है।

मैं इस बात से सहमत हूं कि शादी के बाद माता-पिता को भी समझना चाहिए कि उनके बच्चों की जिंदगी में अब कोई और भी है। 

ऐसे में उन्हें भी न केवल आपको स्पेस देना चाहिए बल्कि उन्हें यह भी समझना चाहिए कि ज्यादा रोक टोक की वजह से उनकी शादीशुदा जिंदगी खराब हो सकती है।

पति का विश्वास जीतना होगा

इसी विषय पर प्रिडिक्शन फॉर सक्सेस के संस्थापक और रिलेशनशिप कोच विशाल भारद्वाज कहते हैं कि मैं निश्चित रूप आपकी परेशानी को समझ सकता हूं कि ससुराल वालों की दखलअंदाजी के कारण आपको कितनी ज्यादा घुटन महसूस हो रही होगी।

लेकिन इसके बाद भी आपको यह समझना होगा कि आपके पति का पालन-पोषण इसी माहौल में हुआ है। इसलिए यह उनके लिए उतना अस्वाभाविक नहीं है जितना कि आपके लिए।

यही एक वजह भी है कि आप इस पारिस्थितिकी को रातों-रात नहीं बदल सकतीं। अगर आपने ऐसा करने की कोशिश भी की, तो यह आपको एक विद्रोही के रूप में दिखाएगा और आपके और आपके पति के रिश्ते को कमजोर बना देगा। 

आपको सबसे पहले इस विषय पर अपने पति का विश्वास जीतना होगा। चीजों को धीरे-धीरे लें। छोटे-छोटे बदलाव न केवल आपके पति और परिवार के लिए आसान होंगे बल्कि आपको भी राहत देंगे।