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Gautam Adani Group: अडानी ग्रुप ने Fitch के साथ मिलाया हाथ, अब गौतम को मिल गया साथ

Fitch रेटिंग्स के द्वारा एक बड़ी जानकारी सामने आई है कि इस प्रकरण का अडानी ग्रुप की कंपनियों या सिक्योरिटीज पर कोई असर नहीं दिखने वाला है. क्योंकि...
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Newz Funda, New Delhi Fitch रेटिंग्स के द्वारा एक बड़ी जानकारी सामने आई है कि इस प्रकरण का अडानी ग्रुप की कंपनियों या सिक्योरिटीज पर कोई असर नहीं दिखने वाला है. क्योंकि...फिच को उम्मीद है कि अडानी समूह जल्द ही वापसी करने वाला है. 

शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की जानकारी ने गौतम अडानी को रोड़ पर लाकर रख दिया है। अडानी ग्रुप के निवेशकों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. हालांकि, अब Fitch रेटिंग्स ने अडानी समूह के लिए एक खुशखबरी दी है। 

Fitch रेटिंग्स का कहना है कि इस प्रकरण का अडानी समूह की कंपनियों या सिक्योरिटीपर कोई प्रभाव नहीं दिखने वाला है. फिच के द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि अडानी ग्रुप के कैश फ्लो के पूर्वानुमान में अब कोई चेंज नहीं होने वाला है.

रेटिंग एजेंसी ने जानकारी दी है कि-शॉर्ट टर्म में कोई बड़ी ऑफशोर बॉन्ड नहीं दिखी है। जून 2024 में अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के बॉन्ड को लेकर मैचयोरिटी के कयास लगाये जा रहे हैं, लेकिन जिस तहर से सुचना आ रही है, यह मैचयोरिटी जरुर होगी। 

वहीं, दिसंबर 2024 में अडानी ग्रीन एनर्जी को लेकर मैचयोरिटी दिखाई है। फिच का भी अडानी ग्रुप की कंपनियों पर फायदा देखने को मिला है क्योंकि लगभग 8 कंपनियों पर फिच की रेटिंग्स है. जो कि अडानी ग्रुप के लिए एक खुशखबरी से कम नहीं है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी की अगुवाई वाले समूह पर शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंटिंग फ्रॉड को लेकर की गंभीर आरोप लगाये थे, जिसने अडानी ग्रुप की नैया को डूबो दिया है. अब देखा जा रहा है कि कंपनी के शेयरों में तेजी से गिरावट आ रही है. इनपर अडानी ग्रुप द्वारा अंकुश नहीं लगाया जा रहा है.

डाउ जोन्स ने भी दिया झटका: 

इस बीच, एसएंडपी डाउ जोन्स ने भी अडानी ग्रुप को झटका दिया है. खबर मिली है कि डाउ जोन्स ने कहा है कि वह आने वाले समय में अडानी एंटरप्राइजेज को वह सात फरवरी से अपने 'स्थिरता सूचकांक' से समाप्त कर देगा। ये बात नहीं है कि जोन्स ने यह फैसला केवल अडानी की ही कंपनियों के लिए लिया है बल्कि अडानी एंटरप्राइजेज समेत अडानी समूह की तीन कंपनियों के शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई के अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था (एएसएम) के दायरे से बाहर करने का फैसला लिया है. 

लेकिन क्या कंपनी इस फैसले पर उतरती है, इसका पहले अनुमान नहीं लगाया जा सकता है. बता दें कि अडानी के इलावा भी कई कंपनियां जैसे ड एसईजेड और अंबुजा सीमेंट्स भी एएसएम प्रारूप की कैटेगरी में आ गई है.