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मल्लिकार्जुन खड़गे को क्यों आता है इतना गुस्सा, इस नए रुप को देखकर कांग्रेसी भी हुए हैरान

Congress Update: मल्लिकार्जून के गुस्से भरे ब्यान लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं, हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इतना गुस्सा क्यों दिखाया जा रहा है.

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malilkan khadge

Newz Funda, New Delhi नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की आक्रामकता से कांग्रेस नेता भी हैरान हैं। वहीं, कुछ नेताओं को आशंका है कि प्रधानमंत्री पर निजी हमले करने का दांव विपरीत पड़ सकता है।

कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आक्रामक बने हुए हैं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस के साथ तुलना में भाजपा को लेकर टिप्पणी कर दी, जिसका सियासी रिएक्शन संसद से सड़क तक नजर आया। कहा जा रहा है कि कांग्रेस में भी नेता खड़गे के नए रूप से हैरान हैं। इसके तार पार्टी की आगे की रणनीति से जोड़े जा रहे हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के एक नेता ने 2024 की रणनीति को लेकर कहा, 'राहुल गांधी को प्यार बांटने दें, जबकि पार्टी में अन्य भाजपा पर आक्रामक हमला करेंगे।' 

खड़गे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस के बलिदानों की बात की और भाजपा पर कहा कि उनका कोई 'कुत्ता तो मरा हो।'

भाजपा की तरफ से माफी के दबाव के बाद भी वह अपनी बात पर कायम रहे। उन्होंने सवाल पूछा, 'संसद के बाहर पूछे गए सवाल पर बहस करने में क्या है।' रिपोर्ट के मुताबिक, खड़गे से बातचीत शुरू करने वाले कांग्रेस नेता भी आक्रामकता से हैरान हैं। वहीं, कुछ नेताओं को आशंका है कि प्रधानमंत्री पर निजी हमले करने का दांव विपरीत पड़ सकता है।

कहा जाता है कि शांत स्वभाव के खड़गे कभी भी किसी बड़े राजनीति संकट का शिकार नहीं हुए। साथ ही वह विवादों से भी हमेशा दूर रहे। 

हालांकि, अब कहा जा रहा है कि नए नेतृत्व में पार्टी ने रणनीति बदली है और सरकार और पीएम मोदी पर हमले के लिए खड़गे को हथियार बनाया जा रहा है। अब इसके भी कई कारण हैं। 

जैसे उनके पास चुनाव जीतने और सफल राजनेता होने की विश्वसनियता और दूसरा उन्होंने छोटी जिम्मेदारियों से शीर्ष पद तक का सफर तय किया है। इसके अलावा खड़गे दलित भी है, जिसके चलते भाजपा के लिए उनपर निजी हमला करना मुश्किल होगा।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि कांग्रेस इस रणनीति का इस्तेमाल अगले कुछ सालों तक कर सकती है। इसके जरिए पार्टी उम्मीद है कि आक्रामक नेतृत्व के कारण कैडर का उत्साह बनेगा। खास बात है कि कांग्रेस कई नेताओं के दल बदलने और आंतरिक कलह का सामना कर रही है।