Bharat Jodo Yatra में बुलेट पर दिखे Rahul Gandhi, जानिए किस खास बात के कारण हो रही है चर्चा
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी का अलग ही लुक दिखा है। जिसकी चर्चा हो रही है।

Newz Funda, Bhopal कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मऊ पहुंच गई है। यहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अलग ही लुक देखने को मिला।
कारण भी खास है क्योंकि सुबह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बुलेट चलाते राहुल गांधी दिखे हैं।
जिसका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है।
Anything is paw-sible with a dog by your side! 🐾
— Congress (@INCIndia) November 27, 2022
Wearing bike goggles, riding pillion with her pet-parent Rajat Parashar on his motor bike, Marvel came all the way from Gwalior to meet @RahulGandhi and join the #BharatJodoYatra. pic.twitter.com/oceWcja4nP
आपको बता दें कि यह सवारी मऊ की गलियों से जाती दिख रही है।
हालांकि इस वीडियो में दिख रहा है कि कैसे हेलमेट पहने राहुल सवारी करते नजर आ रहे हैं।
उनके आगे सिक्योरिटी गार्ड लोगों को एक तरफ करते दिख रहे हैं।
मध्यप्रदेश के महू का यह वीडियो है। जिसमें एक नीले कालीन पर बाइक की सवारी करते देख सड़क के दोनों तरफ से भीड़ उमड़ पड़ी।
वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने जर्मन शेफर्ड मार्वल के साथ आए दो युवकों की बुलेट पर सवारी की।
जब हम चलते हैं तो रास्ते खुद बन जाते हैं...#BharatJodoYatra pic.twitter.com/LL3RRX10Ez
— Congress (@INCIndia) November 27, 2022
जर्मन शेफर्ड मार्वल को लेकर आए दोनों युवक भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए हैं और राहुल गांधी के साथ पशु कल्याण पर चर्चा की।
इन युवकों में से एक ग्वालियर के सिविल इंजीनियर रजत पराशर आवारा कुत्तों के पालन-पोषण का काम करते हैं।
वह 10 महीने के जर्मन शेफर्ड मार्वल को लेकर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए हैं।
कई बार की थी राहुल से मिलने की कोशिश
रजत पराशर ने कहा कि वह काफी समय से राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन मुलाकात नहीं हो पा रही थी।
साथ ही कहा कि राहुल गांधी से मिलने के बाद उनकी राहुल गांधी के बारे में सोच बदल गई है।
राहुल गांधी भी कुत्ता प्रेमी हैं। उन्होंने मार्वल को खूब प्यार किया।
रजत पराशर ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने लोगों से यात्रा के दौरान मार्वल के लिए विशेष खाने का इंतजाम करने के लिए कहा है।
पराशर ने कहा कि मार्वल को इस तरह की यात्राओं के लिए प्रशिक्षित किया गया है और वह पहले ही कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा कर चुका है। अब वह कैंप में ही रहेंगे।