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पाकिस्तान केवल रोटी ही नहीं... इन चींजे की कमी से भी जुझ रहा है , देखें वायरल तस्वीरें​​​​​​​

Pakistan Economic Crisis: इस समय एशिया का पाकिस्तान देश भुखमरी से जुझ रहा है, लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना मुश्किल हो रहा है. इस समय पाकिस्तान में आटे की कीमत 150 रुपये किलो हो गई है.
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New Delhi पाकिस्तान में आर्थिक हालात (Pakistan Economy) बिगड़ते ही जा रहे हैं, लोग खाने के लिए रोटी का इंताजम भी नहीं कर पा रहे हैं, इस समय देश में मंहगाई शीर्ष पर है. भुख इतनी बढ़ गयी है कि लोगों घरों से आटे व रोटी चोरी हो रही है.

लोग अपनी जरुरत की चीजें भी नहीं खरीद पा रहे हैं. जो सामान दुकानों पर आसानी से मिल जाता है, उसके लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है. पाकिस्तान के लोग रोटी के लिए मरने पर उतर आये हैं.

महंगाई ने पसार लिए अपने पैर 

आटा, दूध, चावल से लेकर चिकन तक, खाने के तेल से लेकर पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) जैसी रोज इस्तेमाल में आने वाली चीजें के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं. अब पाकिस्तान की आवाम यही मांग कर रही है कि कम से कम हमें रोटी का सहारा दो सरकार दे. 

पाकिस्तान में महंगाई (Pakistan Inflation) का आलम ये है कि मुद्रास्फीति दर 24.5 फीसदी पर पहुंच गई है. हर एक चीज की कीमत आसमान को छू रही है. कई प्रातों के शहरों में तो लोग बिना एलपीजी (LPG) के ही खाना बना रहे हैं, क्योंकि सिलेंडर का लोगों को मिल नहीं पा रहा है. जैसे ही कोई सिलेंडर के दाम सुनता है तो वह पागल हो जाता है.

Pakistan में दिखा आटे का काल

जरूरी सामानों की लिस्ट पर एक नजर डालें तो देश में गेहूं (Wheat) की किल्लत सबसे ज्यादा देखने को मिली है. सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें और वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहे हैं, उनमें साफ दिख रहा है कि लोग खाने पीने की चीजों के लिए मरने पर उतर आए हैं. 

रिपोर्ट की मानें तो इस्लामाबाद में रोजाना गेहूं की खपत 20 किलो के 38,000 बैग्स की है, लेकिन यहां संचालित 40 आटा मिलों से 21,000 की पूर्ती हो रही है. अब देखना ये होगा कि ऐसे माहौल में सरकार अपनी आवाम के लिए क्या कदम उठाती है.

अब Flour Price की बात करें तो पाकिस्तान की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रावलपिंडी के बाजार में आटे की कीमत 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. आटे की 15 किलो की बोरी 2250 रुपये की मिल रही है. लाहौर में भी आटे का दाम 145 रुपये किलो हो गए हैं. इन चीजों के दाम से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मंहगाई किस कदर बढ़ गई है.

तेल-दूध और चावल के दाम हो गए है चार गुने

पाकिस्तान का सरकारी खजाना जल्दी ही खाली होने वाला है और इस पर काबू पाने के सरकार (Pakistan Government) के द्वारा उठाए गए सारे कदम नाकाम रह रहे हैं. आटा के अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं जो लोगों की पहूंच से दूर हो गई है. लेकिन अभी भी लोग इस मंहगाई का डटकर सामना कर रहे हैं.  

दुकानों पर जो स्टॉक मौजूद है उसके दाम पूछने से ही लोग कतरा रहे हैं. बात करें सरसों के तेल की तो एक किलो सरसों तेल 533 रुपये लीटर मिल रहा है. इसके अलावा दूध और चावल ने भी अपने दाव दिखाने शुरु कर दिये हैं. दूध 150 रुपये प्रति लीटर और चावल 147 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है.

रोटी के साथ चिकन हो गया है गायब

जरूरी सामनों की लिस्ट में अगला नाम आता है चिकन का.... जिसको पाकिस्तान के लोग सबसे ज्यादा खातें हैं. तो बता दें पाकिस्तान में औसत दाम 384 रुपये किलो के हिसाब से मिल रहा है.

वहीं कई शहरों में तो ये 650 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है. दूसरे शब्दों में कहें तो पाकिस्तानियों की थाली से हर दिन चिकन का एक टुकड़ा गायब हो रहा है. 

दालों के दाम भी अर्श पर चले गए हैं. फ्रेश फलों की सप्लाई करने वाले पाकिस्तानीयों को खाने के लिए फल नहीं मिल रहा है. आर्थिक बदहाली के बीच प्याज भी पाकिस्तान की आवाम को रुला रहा है. देश में बीते साल महज 37 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकने वाला प्याज अब 220 रुपये के हिसाब से बिक रहा है. 

पेट्रोल-डीजल कीमतों में आया उछाल 

देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) जिस स्पीड से खाली हो रहा है उससे यह लगता है कि देश जल्द ही अपना दिवालिया घोषित करने वाला है. देश जरूरी सामान भी लोगों की पहूंच से दूर हो गए हैं. Petrol-Diesel की मांग को पूरा करने में भी श्रीलंका (Sri Lanka) भी नाकाम साबित हो रहा है. 

सबसे बड़े वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में डीजल का दाम (Diesel Price In Pakistan) के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. बात करें पेट्रोल की तो (Petrol Price In Pakistan) 2022 के मुकाबले 48 फीसदी तक बढ़ गई है. देश की तेलिय एंजेसियों में लोगों की भीड़ जमा हो रही है. लोगों को लगता है कि तेल की कीमतें और ज्यादा बढ़ने वाली है.