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PAK में जल्द घोषित होगा नया आर्मी चीफ, PM Shahbaz Sharif करेंगे एलान

पाक के नए आर्मी चीफ का एलान जल्द किया जा सकता है। पीएम के पास रिपोर्ट पहुंच गई है। 

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Newz Funda, New Delhi पाकिस्तान से बड़ी खबर आ रही है। यहां से अगले आर्मी चीफ के नाम का एलान जल्द किया जा सकता है।

माना जा सकता है कि कल यानी 26 नवंबर को नाम का एलान किया जा सकता है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की ओर से इसकी घोषणा की जाएगी।

उनके पास कुछ नामों की समरी पहुंचा दी गई है। किसी एक के नाम को वे तय करेंगे। इसके बाद ही यह फाइनल करके फाइल राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भेजी जाएगी।

जिसके बाद नए नाम की घोषणा की जाएगी। आपको बता दें कि सूत्रों के हवाले से पता लगा है कि अगर इमरान खान समर्थक अल्वी ने कोई कानूनी पचड़ा नहीं फंसाया तो नाम 26 को तय हो जाएगा। 29 को नया आर्मी चीफ कमान संभाल लेगा।

इस बीच, सरकार और फौज के लिए मुश्किल बन चुके इमरान खान रावलपिंडी में ऐतिहासिक रैली करने जा रहे हैं। इस रैली को दो बातें खास बनाती हैं।

पहली- रैली रावलपिंडी में होगी और यहीं आर्मी हेडक्वॉर्टर है। यानी फौज से टकराव की तैयारी है। दूसरी- फौज और सरकार से नए इलेक्शन जल्द कराने की डेट मांगी जाएगी।

बाजवा को नहीं मिलेगी एक और एक्सटेंशन 
शाहबाज शरीफ तो चाहते थे कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को एक और एक्सटेंशन दी जाए, लेकिन खुद बाजवा इसके लिए तैयार नहीं थे।

ऐसे में जाहिर है कि मुल्क की सबसे ताकतवर पोस्ट पर बाजवा की जगह कोई नया जनरल काबिज होगा।

बुधवार को PM ऑफिस से जारी बयान में कहा गया- समरी हमारे पास पहुंच चुकी है। प्रधानमंत्री एक या दो दिन में नाम तय करके उसे राष्ट्रपति के पास भेजेंगे।

61 साल के बाजवा के बारे में पिछले हफ्ते बड़ा खुलासा हुआ था। ‘फैक्ट फोकस’ नाम की एक वेबसाइट पर दावा किया था कि बाजवा ने 6 साल के टैन्योर के दौरान अरबों रुपए की प्रॉपर्टी बनाई।

इसके रिकॉर्ड्स भी सामने आए। अब सरकार जानकारी लीक होने के मामले की जांच करा रही है।

समरी में 6 लोगों के सामने आए नाम
वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री के पास डिफेंस मिनिस्ट्री ने 6 नाम भेजे हैं। इसे ही समरी कहा जाता है। इनमें से ही एक नाम चुना जाएगा।

इमरान अपने करीबी दोस्त और पूर्व ISI चीफ जनरल फैज हमीद को आर्मी चीफ बनवाना चाहते थे और इसके लिए बाजवा और शरीफ दोनों ही तैयार नहीं बताए जाते।

इमरान दबाव बना रहे थे कि नए आर्मी चीफ की तैनाती के मामले में उनकी भी सलाह ली जाए, लेकिन संविधान में यह अधिकार सिर्फ प्रधानमंत्री को दिया गया है। खान इससे बौखलाए हुए हैं।

टकराव के लिए तैयार खान
इमरान ने इस महीने की शुरुआत में लाहौर से इस्लामाबाद लॉन्ग मार्च शुरू किया था।

वजीराबाज में उन पर कथित तौर पर हमला हुआ। इसके बाद से वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाषण दे रहे हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बाकी नेता मार्च बढ़ा रहे हैं।

कहा जा रहा है कि नए आर्मी चीफ पर दबाव बनाने के लिए ही इमरान ने 26 नवंबर को फौज के ही शहर में रैली करने का ऐलान किया है।

इसके अलावा वो सरकार को भी अल्टीमेटम देने जा रहे हैं कि वो जल्द से जल्द जनरल इलेक्शन की तारीखों का ऐलान करे।

खान पहले ही कह चुके हैं कि अगर सरकार और उसके पैरोकार (फौज) चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं करते तो वो मुल्क जाम कर देंगे।
सरकार और फौज इसलिए परेशान है क्योंकि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) को पाकिस्तान के खराब हालात की वजह से पिछले हफ्ते अपना दौरा रद्द करना पड़ा था। 2014 में इमरान की वजह से ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पाकिस्तान विजिट कैंसल करनी पड़ी थी।