home page

Himachal Poltics: हिमाचल में सीएम पर संग्राम!,आज उम्मीदवार के लिए अलाकमान तय कर सौंपी रिपोर्ट

मुख्यमंत्री चेहरे के चयन को लेकर कांग्रेस विधायक दल बैठक में सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित कर मामला हाईकमान को भेजने का फैसला लिया गया। अब हाईकमान तय करेगा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार का मुख्यमंत्री कौन होगा? हाईकमान को आज रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

 | 
himachal new cm

Newz Funda, Neew Delhi हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की नवनिर्वाचित सरकार में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला पार्टी आलाकमान लेगा। पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित किया गया।

यह प्रस्ताव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा गया है। शनिवार को रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जाएगी। दिन भर चले हंगामे के बाद शुक्रवार रात 10:00 बजे विधायक दल की बैठक में इस प्रस्ताव पर सभी मौजूद 40 विधायक सहमत हुए। बैठक में किसी भी नाम पर सहमति बनती नहीं दिखी तो यह फैसला लिया गया।

निवर्तमान कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने एक सिंगल लाइन प्रस्ताव हाईकमान को भेजकर उन्हीं पर फैसला छोड़ने की बात की, जिसका चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू ने समर्थन किया।


इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश मामलों के प्रभारी सांसद राजीव शुक्ला, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली, संजय दत्त, तजेंद्र पाल बिट्टू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह विशेष रूप से मौजूद रहीं।

बैठक में हर विधायक से बारी-बारी चुनाव पर्यवेक्षकों ने बात की। इनसे सीएम पद के लिए दो-दो नाम पूछे गए। उनके गुण और अवगुण भी पूछे। फिर इस बैठक में सीएलपी की सहमति के बाद एक सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजने का निर्णय हुआ। 

सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित किया गया है कि जो भी फैसला होगा, वह कांग्रेस आलाकमान करेगा। इस प्रस्ताव को शनिवार को आलाकमान के समक्ष रखा जाएगा। इसके लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है।
- राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी

वीरभद्र कार्ड खेलकर हिमाचल जीते : प्रतिभा सिंह
प्रतिभा सिंह ने कहा है कि प्रदेश में वीरभद्र कार्ड खेलकर ही पार्टी सत्ता में आई है। वीरभद्र के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को लोगों के बीच रखा गया। उसके बाद जनता का अपार जनसमर्थन मिला। 


सुक्खू बोले - प्रियंका गांधी की रणनीति से जीते
सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि प्रियंका गांधी की रणनीति से ही प्रदेश में पार्टी की जीत हुई है। सोलन में हुई रैली मेें जिस तरह उन्होंने बातें रखीं और  प्रदेश से अपना भावनात्मक संबंध जोड़ा, उससे विजय हुई है। 

मैं सीएम उम्मीदवार नहीं: सुक्खू
वहीं, राजीव भवन पहुंचने पर कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा- मैं सीएम उम्मीदवार नहीं हूं। मैं कांग्रेस पार्टी का अनुशासित सिपाही व कार्यकर्ता व विधायक हूं। पार्टी हाईकमान का फैसला अंतिम होगा। 

कांग्रेस में कोई अलग गुट नहीं: संजय रत्न
ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रत्न ने कहा कि कांग्रेस में कोई अलग गुट नहीं है। विधायक दल की बैठक में सीएम तय करेंगे विधायक। अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान लेगा।

सुधीर शर्मा ने ये कहा
धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि चुने हुए विधायकों और पार्टी आलाकमान की ओर से चुना गया व्यक्ति हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री होगा। 

विक्रमादित्य सिंह भी बैठक में शामिल
शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक के लिए पार्टी कार्यालय पहुंचे हैं। इस दौरान समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की। 

हिमाचल कांग्रेस ने राजभवन जाकर पेश किया सरकार बनाने का दावा

वही, इससे पहले हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने शुक्रवार अपराह्न करीब 3:30 बजे राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। चुनाव पर्यवेक्षक एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए पत्र सौंपा। विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने पर कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री का चयन करने और सरकार गठन के लिए इन तीनों नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है।

शुक्रवार सुबह करीब 11:00 बजे बघेल, हुड्डा और शुक्ला चंडीगढ़ से हेलिकाप्टर से शिमला पहुंचे। शिमला के चौड़ा मैदान स्थित एक होटल में इन नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मुलाकात की। अपराह्न 3:30 बजे राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद तीनों नेता चौड़ा मैदान स्थित होटल लौटे। ब्यूरो

प्रदेश के नेताओं के राजभवन नहीं जाने से खड़े हुए सवाल

हिमाचल में कांग्रेस सरकार बनाने का दावा राजभवन जाकर पेश करने वालों में प्रदेश कांग्रेस से कोई भी नेता शामिल नहीं होने को लेकर कई सवाल उठ रहे है। जानकारों का कहना है कि भूपेश बघेल, भूपेंद्र हुड्डा और राजीव शुक्ला के साथ प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और निवर्तमान नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को भी ले जाना चाहिए था। इन्हें दिल्ली से आए नेता साथ में क्यों नहीं ले गए, इसका जवाब नहीं दिया जा रहा है।

प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर रार के बीच कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने शुक्रवार को राजधानी शिमला में हंगामा कर केंद्रीय नेताओं के वाहन रोक दिए। चौड़ा मैदान में चुनाव पर्यवेक्षकों की गाड़ियों के आगे खड़े होकर समर्थकों ने सांसद एवं पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाने की नारेबाजी की। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन और हॉलीलॉज में भी सैकड़ों समर्थकों ने नारेबाजी कर प्रतिभा को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की।

शुक्रवार दोपहर बाद चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला चौड़ा मैदान स्थित होटल से निकलकर राजभवन जाने लगे तो प्रतिभा के समर्थक उनकी गाड़ियों के आगे खड़े हो गए।

उन्होंने प्रतिभा को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर नारेबाजी की। समर्थकों ने जब तक सूरज चांद रहेगा, वीरभद्र सिंह का नाम रहेगा और हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, प्रतिभा सिंह जैसा हो के नारे लगाए। समर्थकों को काबू करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।

कुछ समय के लिए चौड़ा मैदान में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। उधर, हॉलीलॉज में भी सुबह से जुट रहे समर्थकों ने प्रतिभा सिंह के पक्ष में नारेबाजी की। दोपहर बाद विधायक दल की बैठक  की जानकारी मिलते ही समर्थक राजीव भवन के बाहर एकत्रित हो गए। 

सुक्खू समर्थकों ने होटल हिमलैंड के बाहर लगाए मुख्यमंत्री बनने के नारे

विधायक दल की बैठक से पहले सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक विधायकों ने राजधानी शिमला के होटल हिमलैंड में रणनीति बनाई। विधायकों का यहां आना दोपहर 2:00 बजे से शुरू हुआ।

विधायकों के होटल में पहुंचने की सूचना मिलते ही समर्थकों ने भी हिमलैंड में डेरा डाला। समर्थकों ने सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर नारेबाजी भी की। देर शाम तक सुक्खू सहित कई विधायक होटल में ही रहे। यहीं से सभी विधायक एक साथ प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला गए।

पुलिस ने कांग्रेस के चुने हुए प्रतिनिधियों की बढ़ाई सुरक्षा

पुलिस मुख्यालय ने कांग्रेस के चुने हुए नए प्रतिनिधियों की सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें नए विधायकों को पीएसओ देने पर चर्चा हुई।

इसके अलावा जहां बैठकें चल रही हैं, वहां भी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस मुख्यालय में भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकशी चल रही है। कांग्रेस हाईकमान ने सभी चुने हुए प्रतिनिधियों को शिमला बुलाया है।

सरकार बनाने को लेकर बैठकों का दौर जारी है। पार्टी के केंद्रीय नेता शिमला में हैं। पार्टी ने इन नेताओं के लिए जहां निजी होटलों में ठहरने की व्यवस्था की है, वहां भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के निजी आवास हॉलीलॉज के इर्द-गिर्द पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। यहां आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है।

हार के बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में छाया सन्नाटा

हार के बाद हिमाचल प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर सन्नाटा छा गया। राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शुक्रवार को यहां खामोशी छाई रही। यहां भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा, पार्टी नेता संजीव कटवाल, सीएम के  ओएसडी रहे शिशु भाई धर्मा, कार्यालय सचिव प्यार सिंह, मीडिया सह प्रभारी करण नंदा, पायल वैद्य आदि मौजूद रहे।

इसके बाद संजीव कटवाल और पवन राणा निवर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलने उनके सरकारी आवास ओक ओवर भी गए। वहां ये नेता लंबी मंत्रणा करते रहे। दिन भर कांग्रेस विधायकों की गतिविधियों पर भी यह नेता पार्टी कार्यालय से लेकर ओकओवर तक विचार-मंत्रणा करते रहे। प्रदेश भाजपा नेताओं की कांग्रेस नेताओं में सीएम पद के लिए चल रही धींगामुश्ती पर भी कड़ी नजर है। 

दिन भर मिलने वालों से बातचीत करते रहे जयराम, फोन पर भी करते रहे चर्चा

जयराम ठाकुर दिन भर ओक ओवर में मिलने वालों से बातचीत करते रहे। वह फोन पर भी चर्चा करते रहे। जयराम ठाकुर ने ओकओवर परिसर में धूप सेंकते हुए लोगों से बात करते रहे। 

हार की जल्द समीक्षा करेगी भाजपा, शिमला में होगी बैठक

हिमाचल प्रदेश में हुई हार की भाजपा जल्दी समीक्षा करेगी। इस संबंध में शिमला में शीघ्र भाजपा एक बैठक बुला सकती है। हालांकि यह समीक्षा बैठक नई सरकार के शपथ लेने के बाद ही हो सकती है।