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Parliament Session में दिखा कोरोना का असर, पीएम मोदी समेत सांसद नजर आए मास्क पहने; विपक्ष का हंगामा

Parliament Session में भी कोरोना का असर देखने को मिला है। यहां सभी लोग मास्क पहने नजर आए।

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Newz Funda, New Delhi Parliament Session में वीरवार को COVID 19 का असर साफ दिखा। आपको पता ही होगा कि अभी संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। जिसमें विपक्ष ने माहौल को गर्माया हुआ है।

वह लगातार चीन और तवांग मामले को लेकर चर्चा करना चाह रहा है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। 22 दिसंबर को भी विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला।

सरकार को घेरने की तैयारी करके ही विपक्ष आया था और सत्र के शुरू होते ही मांग की गई कि चीन के मुद्दे पर चर्चा हो। जिसके बाद विपक्ष की जोरदार नारेबाजी शुरू हो गई।

जिसके बाद कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। आपको बता दें कि संसद सत्र के ऊपर कोरोना का असर भी देखने को मिला। यहां पर दोनों ओर सदन में सभी सदस्य मास्क पहने नजर आए।

पीएम, लोकसभा स्पीकर, सभी मंत्री में मास्क पहने दिखे। वहीं, लोकसभा स्पीकर की ओर से भी अपील की गई कि वे मास्क पहनें।

विपक्ष की ओर से बनाई गई रणनीति

इसके बाद तमाम विपक्षी दल संसद में मौजूद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में चुटे। यहां पर चीनी घुसपैठ और दूसरे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने पर मंथन हुआ।

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और मनीष तिवारी ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया था, जिसके तहत मांग की गई थी कि चीन के मामले में चर्चा हो।

जिसके बाद राज्यसभा में विपक्ष का वॉकआउट हुआ। इसके बाद लोकसभा में भी कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। 

कांग्रेस ने की ये मांग

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से कहा गया कि वे पीयूष गोयल से माफी के साथ ही चीन के इश्यू पर चर्चा चाहते हैं। आप अगर अकेले में बात करना चाह रहे तो फिर देश को कैसे पता लगेगा।

आप हमारी बातों को लेकर ही परेशान हो रहे हैं। लेकिन गोयल ने कहा कि संसद को रक्षा मंत्री पहले ही मामले के बारे में अवगत करवा चुके हैं।

पीयूष गोयल ने कहा कि आपकी पार्टी के ही एक पीएम ने कहा था कि जहां घास भी नहीं उगती, वह हिस्सा देश से अलग हो गया तो क्या है।

इसके बाद पीयूष की ओर से राजीव गांधी फाउंडेशन का मामला भी उठाया गया। बिहार के मामले को लेकर भी पीयूष की ओर से सफाई दी गई।