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लीवर की बहुत सी गंभीर बिमारियों से निजात दिलाता है तेज़ी से वजन कम होना-शोध

सेहत के लिए हमारा ध्यान दिल और दिमाग दोनों पर ज्यादा ध्यान जाता है, लेकिन जब भी अच्छी सेहत की बात होती है को हम लीवर की ओर ध्यान कम देते है. खानपान के बारे में भी जब भी चर्चाएं होती हैं तो दिमाग, दिल, और अन्य शारीरिक व्याधियों के लिए सलाह पढ़ने सुनने को मिल जाती है, लेकिन लीवर के साथ ऐसा नहीं.
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लीवर की बहुत सी गंभीर बिमारियों से निजात दिलाता है तेज़ी से वजन कम होना-शोध

Newz Funda, New Delhi: सेहत के लिए हमारा ध्यान दिल और दिमाग दोनों पर ज्यादा ध्यान जाता है, लेकिन जब भी अच्छी सेहत की बात होती है को हम लीवर की ओर ध्यान कम देते है. खानपान के बारे में भी जब भी चर्चाएं होती हैं तो दिमाग, दिल, और अन्य शारीरिक व्याधियों के लिए सलाह पढ़ने सुनने को मिल जाती है, लेकिन लीवर के साथ ऐसा नहीं. ऐसा ही कुछ वजन कम करने के फायदे को लेकर है. एक नए अध्ययन में वजन कम करना लीवर की खास बीमारी के लिए फायदेमंद होगा. यह बताया गया है. शोधकर्ताओं ने दर्शाया है कि नॉन अल्कोहोलिक स्टेटियोएपीटाइटस, जिसे नैश भी कहते हैं, की बीमारी में वजन कम करने से फायदा होता है.

क्या होता है नैश
दुनिया में करीब 2 फीसद वयस्क नैश या नॉन अल्कोहोलिक स्टेटियोएपीटाइटस रोग से पीड़ित होते हैं जो कि नॉन एल्कोहोलिक फैटी लीवर के रोग की उच्चतर अवस्था है. जब लीवह में फैट बनने लगाता जो उससे सूजन और घाव लगने जैसी समस्याएं पैदा होने लगती है. यदि इसका इलाज ना किया गया तो यह बीमारी लिवर की सिरोसिस रोग में तब्दील हो सकती है. इसके अलावा यह हृदय रोग जैसी दूसरी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं.

कोई दवा नहीं है इसकी
फिलहला नैश के उपचार के लिए कोई दवाई उपलब्ध नहीं है. लीवर में ज्यादा फैट होनेके कारण सूजन औरक घाव पैदा हो सकते हैं,  इन संकेतों को ही इस रोक के लक्षणों के तौर पर पहचाना जाता है. लेकिन अब इसके इलाज का आधार वजन कम करना ही है, लेकिन सामान्य तौर पर लोग जिस तरह से अपना वजन घटाने के तरीके अपनाते हैं वे उपाय लीवर में फैट कम करने और सूजन के साथ घावों को पर्याप्त तौर पर कम नहीं कर सकते हैं.

16 प्रतिभागियों पर विशेष अध्ययन
नए अध्ययन में दर्शाया गया है की सूप और शेक्स के जरिए तेजी से वजन कम कम करने वाले नुस्खे नैश की गंभीरता को कम सकता है. यह उपाय मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज जैसी समस्याओं में तेजी से वजन कम करने के लिए अपनाया जाता है. इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने मोटापे, नैश और जिगर के हलके घावों वाले 16 प्रतिभागियों को शामिल किया जिसमें से पांच महिलाएं और 11 पुरुष थे.

किसी तरह का डाइट कार्यक्रम
सभी प्रतिभागियों ने वजन घटाने के कार्यक्रम सूप्स एंड शेक्स में भाग लिया था. जिसमें उन्होंने अपनी नियमित खुराक की जगह खास तरह के सूप और शेक आदि 12 सप्ताह तक लिए थे. उनके चुनए गए चार उत्पादनों ने सभी विटमिन और खनिजों के साथ करीब 880 कैलोरी की ऊर्जा दी थी. इसके बाद उन्होंने अपनी नियमित खुराक के 12 सप्ताह गुजारे जिसमें डायटीशियन का सहयोग भी प्रदान किया गया.

हर तरह की जांच
शुरुआत में प्रतिभागियों का वजन, ब्लज प्रेशन, खून की जांच, और दो स्कैन लिए गए और उनके जिगर की सेहत की स्थिति मापी गई. इन स्कैन से यह पता लगता है कि उनके लीवर की सूजन और घाव कितने गंभीर हैं और लीवर में फैट कितना है. 12 से 24 हफ्तों के बाद जांचें फिर से की गईं. 14 कार्यक्रम ने 24 हफ्तों का कार्यक्रम पूरा किया जिसमें प्रतिभागी अपने शरीर का 15 फीसद वजन कम कर सके.

कितना फायदा हुआ?
अध्ययन में पाया गया कि तेजी से वजन कम करने प्रतिभागियों के लिए सुरक्षित रहा. पहले नैश मरीजों को इस तरह की डाइट कार्यक्रमों को अपनाने की सलाह नहीं दी जाती थी.  इसमें सबसे सामन्य साइड इफेक्ट कब्ज की समस्या पैदा होना था, लेकिन यह अस्थाई और हलके प्रभाव की समस्या थी.  स्कैन से यह भी पता चला कि अधिकांश प्रतिभागियों ने लीवर फैट के मात्रा में भी काफी सुधार किया है और साथ ही लीवर की सूजन और घावों में सुधार देखने को मिला.

शोध में इस बात को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया है कि इससे लीवर के रोगों में गंभीरता काफी हद तक कम हुई है. वहीं जितना सुधार इस तरीके से देखने को मिला वह अब तक किसी भी दवा के ट्रायल में नहीं देखा गया है. यदि प्रतिभागी अपना अधिकाश कम हुआ वजन कायम कर रख सकें तो इससे इस बीमारी में बदलाव देखने को मिल सकता है. इस अध्ययन को दायरे को अब विस्तृत करने की जरूरत है.