China में Corona की दस्तक के बाद फिर डरी दुनिया, इन बातों को लेकर बरतें सावधानी
चीन में एक बार फिर बेकाबू हो रहे कोरोना के कारण दुनिया डर गई है। लोगों को अभी से भय सताने लगा है।
Newz Funda, New Delhi आपको पता लग गया होगा कि चीन में कोरोना के कारण फिर से हालात खराब होते जा रहे हैं। पिछले कुछ दिन से भारत में भी चर्चा चल पड़ी है कि आखिर अब क्या होने वाला है। चीन में कोरोना की रफ्तार इतनी तेज है कि कुछ ही दिन में 80 करोड़ लोगों के इसकी चपेट में आने के आसार बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा जापान, दक्षिण कोरिया में भी इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जिसका कारण ओमिक्रॉन सबवैरिएंट BF7 को जिम्मेदार माना जा रहा है। आपको बता दें कि गुजरात में तीन ऐसे मामले पाए गए हैं। लेकिन विशेषज्ञों ने इनके ठीक होने की पुष्टि की है।
इसी बीच 21 दिसंबर से भारत लौट रहे लोगों का भी एयरपोर्ट पर रैंडम कोरोना टेस्ट शुरू कर दिया गया है। सरकार इस बार कोई ढील नहीं चाहती है। ये वे लोग हैं, जो विदेश से लौट रहे हैं।
लोगों को दी गई है ये सलाह
भारत में लगभग लोगों को वैक्सीन को दोनों डोज दे भी दी गई हैं। लेकिन फिर भी लोगों को सुरक्षा को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। आपको बता देते हैं कि अब किन बातों को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।
विशेषज्ञ बता रहे हैं कि अपने लोगों को इतना खतरा नहीं है। चीन इसलिए अब झेल रहा है कि उसने लोगों को बाहर नहीं आने दिया। जीरो कोविड पॉलिसी के तहत काम किया गया।
हमारे यहां तो बड़ी आबादी इसको झेल चुकी है। अगर आपने वैक्सीन ले रखी है, तो इस इन्फेक्शन के साथ नेचुरल इम्युनिटी जुड़ जाती है। जो काफी सही है। यही नहीं, अधिकतर लोग दोनों डोज ले चुके हैं।
चीन की काफी आबादी कोरोना से बच गई थी। वहां पर साइनोवैक और साइनोफार्म वैक्सीन लगाई गई थी। खबरें ये भी हैं कि इनका कम ही असर लोगों पर देखने को मिला।
6 माह तक रहती है एंटीबॉडी
वैक्सीन को लेकर सामने आया है कि लगवाने के 6 माह तक ही एंटीबॉडी रहती है। फिर असर नहीं रहता। लेकिन भारत की दोनों वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशिल्ड को बेहतर माना गया है। ये काफी कारगर हैं, जिनकी सराहना डब्ल्यूएचओ भी कर चुका है।
सरकार की ओर से 5 उपायों को लेकर सूची जारी की गई है। जिसमें टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन शामिल हैं। सभी मामलों में निपटने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर सलाह दी गई है।
यहा काफी जरूरी है। जो किसी बीमारी से पीड़ित हैं, उनको बाहर न निकलने या निकलने पर मास्क पहनकर जाने की सलाह दी गई है।