China में तबाही के बाद दुनिया को फिर से डराने लगा कोरोना, इस खबर से जानिए बीमारी के लक्षण
दुनिया एक बार फिर कोरोना की दस्तक से हैरान है। दुनिया भर में फिर से मामले सामने आने लगे हैं।

Newz Funda, New Delhi कोरोना के कारण एक बार फिर दुनिया डरने लगी है। लगातार एक के बाद एक मामले फिर सामने आने लगे हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार एक बार फिर तैयारियों में जुट गई है।
आपको बता दें कि दुनिया भर में कोरोना की हलचल है। अमेरिका से लेकर बड़े देशों को ओर से लगातार अलर्ट जारी किया गया है। आपको बता दें कि ऑमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF7 फिर से दुनिया में दस्तक दे चुका है।
पता होगा कि कोरोना की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। जिसके बाद पूरी दुनिया में यह बीमारी फैल गई। इसके बाद जो तबाही मची, उसे जानकर आज भी लोगों को रौंगटे खड़े हो जाते हैं।
आपको बता दें कि पुरानी स्थिति फिर से न हो, इसको लेकर अब फिर सरकार की ओर से सभी राज्यों को निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके तहत कहा गया है कि कोरोना सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग पर ध्यान दिया जाए। किसी भी सूरत में ढील नहीं बरती जाए।
चीन के हालात निरंतर बद से बदतर होते जा रहे हैं। यही स्थिति अमेरिका में भी है। वहां भी काफी लोग इस बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं। लेकिन फिर भी लोग सावधानियां नहीं बरत रहे हैं।
आइए जानते हैं कि ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF7 क्या है...
वैसे तो कोविड-19 के कई वैरिएंट हैं। लेकिन सबवैरिएंट BF7 को काफी घातक बताया जा रहा है। इससे संक्रमण तेजी से फैलता है। जिसके कारण आज चीन में अस्पतालों में इलाज के लिए जगह तक नहीं है। श्मशान घाटों का भी बुरा हाल है।
कोरोना के वैरिएंट
BF7,सब वैरिएंट-BA2, 1
BA5,सब वैरिएंट-2, 1, 7
डॉक्टर बताते हैं कि ओमिक्रॉन BF7 में R फैक्टर लगभग 10 से अधिक है। यानी एक आदमी 10 लोगों को भी बीमारी दे सकता है। जबकि डेल्टा वैरिएंट में ये 5 से 6 लोगों को इन्फेक्टिड कर सकता है। ओमिक्रॉन के BF7 में 18 लोग चपेट में आ सकते हैं।
इस वैरिएंट के लक्षण
खांसी, गले में खराश, बुखार, थकावट, नाक बहना, उल्टी। विशेषज्ञों की ओर से कहा गया है कि चीन में लगभग 60 फीसदी आबादी भी इसकी चपेट में आ सकती है। जबकि दुनिया में 10 परसेंट लोगों को यह शिकार बना सकता है।
केंद्र सरकार ने NCDC और ICMR को अलर्ट कर दिया है। कहा गया है कि कोरोना को लेकर सभी स्टेट कोरोना सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग पर ध्यान दें। कोविड गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है।