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Water Supply Policy Update: हरियाणा में पानी की सप्लाई अब निजी हाथों में, पैसे देकर मिलेगा पीने का पानी

ये निजी एजेंसी पेयजल की लाइनों की ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस का कार्य करने के अलावा बूस्टिंग स्टेशन का रखरखाव और ट्यूबवैलों की देखभाल पर काम करने वाली है. इनपर आने वाला खर्च भी...
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Newz Funda, Haryana Desk हरियाणा के गुरुग्राम शहर में पेयजल सप्लाई अब नगर निगम की जगह निजी एजेंसियां को दे दी गई है. अब सरकार के वाटर स्टॉक से पानी बंद कर दिया गया है.

अब निजी कपंनियां ही शहर में पानी की पूर्ती करेगी. नगर निगम शहर में पेयजल सप्लालई की जिम्मेजदारी अब निजी हाथों में दे दी गई है. इस योजना में बजघेड़ा, बाबूपुर और धर्मपुर गांव को शामिल किया गया है।

ये निजी एजेंसी पेयजल की लाइनों की ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस का कार्य करने के अलावा बूस्टिंग स्टेशन का रखरखाव और ट्यूबवैलों की देखभाल पर काम करने वाली है. इनपर आने वाला खर्च भी यह कंपनियां ही देने वाली है.

गुरुग्राम नगर निगम ने शहर में पेयजल सप्लाीई लेकर सरकार ने नया प्लान तैयार किया है. जिसके तहत यहां सीवर सफाई के बाद अब पेयजल सप्लााई भी निजी एजेंसियों से ही कराया जाना है.

नगर निगम ने इसकी योजना को लेकर अपनी तैयारी शुरु कर दी है. यहां तक की इस योजना के ट्रायल में निगम तीन गांव की पेयजल आपूर्ति के लिए निजी हाथो में दे दिया गया है. इस पूरे प्रोजेक्ट का एस्टीमेट तैयार हो चुका है। 

इन तीन गावों में दी जाएगी पेयजल लाइनें Water Supply Policy in Haryana Update

फिलहाल इन तीन गांव- बजघेड़ा, बाबूपुर और धर्मपुर में निजी एजेंसी पेयजल की लाइनों को दिया जाने का बजट पास हुआ है. इसके इलावा ये निजी अजेंसियां ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस का कार्य करने के अलावा बूस्टिंग स्टेशन का रखरखाव और ट्यूबवैलों की देखरेख भी करेंगी। निगम की इस योजना का मुख्य मकसद लोगों को गर्मी के मौसम में लोगों को साफ सुथरे पानी की सुविधा देना है.

इससे पहले गुरुग्राम नगर निगम ने शहर में सीवर की सफाई व रखरखाव कार्य, सामुदायिक भवनों और पार्कों की देखरेख का कार्य भी निजी एजेंसियों को देने के बारे में जिक्र किया गया था.

लेकिन अब इस योनजा को शुरु कर दिया गया है. अब पेयजल की आपूर्ती के लिए निजी कंपनियों से ही कोन्टेक्ट करना होगा. अह इन्हें भी सरकार के हाथ से निजी कंपनियों के हाथो में दे दिया गया है.

निगम अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले वार्ड-17 की पेयजल की आपूर्ति और बूस्टिंग स्टेशन की जिम्मेेदारी निजी हाथों में देकर एक दो बार ट्रायल भी किया गया है. जिसके बाद सरकार को बेहतर रिजल्ट मिला है. सरकार यह एक्सपेरिमेंट तीन गांवों में किया गया है. जिसके बाद से ही निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।

बता दें कि गर्मी के मौसम में पेयजल की किल्लहत दिन दिन बढ़ती ही जा रही है. लोगों को पीने के पानी को लेकर बहुत समस्या आ रही है. कभी पेयजल सप्लागई न होने तो कभी लो प्रेशर और गंदा पेयजल की शिकायतें दिन दिन बढ़ती जा रही थी.

जिसपर काम करते हुए हरियाणा सरकार ने ये फैसला लिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन सभी शिकायतों का समाधान अब नगर निगम की बजाय निजी एजेंसियां करेंगी। 

एक साल के लिये दिया गया है ये कोन्ट्रक्ट 

इन एजेंसियों को निर्धारित समय में समस्या के बेस पर ही समस्या का हल किया जाना है. अगर कोई पानी का इस्तेमाल करने में लापरवाही करता है तो ये कंपनियां उनपर जुर्माना भी लगा सकती है.

ऐसे में पानी की बचत भी देखने को मिलने वाली है. साथ ही लोगों को पेयजल किल्लेत से राहत मिलेगी। इन एजेंसियों को एक साल के लिए जिम्मेवारी दी गई है. ऐसी ही अपडेट पाने के लिए हमारी साइट पर विजिट करें.