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सिरसा के लिए परेशानी का कारण बना घग्गर नदी का पानी, विभाग ने जारी किया अलर्ट

सिरसा में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. इरिगेशन विभाग को मिट्टी के डेढ़ लाख कट्टे, मोटर, बोट चिन्हित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दे दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.

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विभाग ने जारी किया अलर्ट 

Newz Funda, Haryana: आसमान से अब बारिश नहीं आफत बरस रही है. हर तरफ बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं. लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए भारी मुसीबत बनती जा रही है. सिरसा से गुजरती घग्गर नदी भी उफान पर है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है.

पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बरसात से घग्घर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. हिमाचल से निकलने वाली घग्घर नदी पंचकूला, अंबाला, सरदूलगढ़ से होते हुए सिरसा में प्रवेश करती है. लगातार बारिश के कारण घग्घर में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिरसा प्रशासन भी हरकत में आ गया है.

तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
आज सुबह पंचकूला और अंबाला में 55 से 60 हजार क्यूसेक पानी के साथ घग्घर नदी खतरे के निशान को छू चुकी है. सिरसा में फिलहाल घग्घर नदी में 3500 क्यूसेक पानी है, लेकिन 48 घंटे तक जलस्तर बढ़ने की उम्मीद जताई गई है. स्थिति पर नियंत्रण के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है.

संबंधित विभाग को अलर्ट कर दिया गया है. इरिगेशन विभाग को मिट्टी के डेढ़ लाख कट्टे, मोटर, बोट चिन्हित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दे दिए गए हैं. ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.

स्थापित होगा कंट्रोल रूम
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि घग्घर में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. गुहला चीका से कल दोपहर तक सिरसा में पानी बढ़ने की उम्मीद है. बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए सभी संबंधित विभागों की आज बैठक ली गई है. जिसमें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं और अधिकारियों से फीडबैक भी लिया गया है.

स्थिति जांचने के लिए सभी अधिकारी खुद भी घग्गर नदी का मुआयना करने जा रहे हैं. किसानों और आम लोगों से अपील की जा रही है कि वे किनारों से दूर रहें. बढ़ते जलस्तर की स्थिति को देखते हुए विभागीय तौर पर एडवायजरी भी जारी कर दी जाएगी और कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिया जाएगा.