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हरियाणा में SYL नहर का पानी लाने की तैयारी में है सरकार, ये है मास्टर प्लान

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Newz Funda, New Delhi हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने जब 22 अप्रैल को चंडीगढ़ के दौरे के दौरान Haryana CM मनोहर लाल से बातचीत कर SYL के पानी के लिए विकल्प निकालने पर बैठक की थी।

SYL के पानी को लेकर अब हरियाणा सरकार अपने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर सतलुज यमुना लिंक नहर से पानी लाने का विकल्प लेकर आई है। SYL विकल्प पर 4,200 करोड़ रुपये की प्रस्तावित नहर लागत से 67 किलोमीटर का मार्ग बनाया जाएगा।

अब मामला सिर्फ हिमाचल प्रदेश के फायदे के लिए अटका हुआ है। Satluj-Yamuna लिंक नहर से दक्षिण हरियाणा को पानी मिलना बहुत जरूरी है।

फिलहाल महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और भिवानी जिलों में सिंचाई के लिए पानी की भारी किल्लत है, जिससे खेती प्रभावित हो रही है। हालांकि राज्य सरकार ने पुरानी नहरों में पानी तो उपलब्ध करा दिया हैए लेकिन यह पानी खेती के लिए पर्याप्त नहीं है।

हरियाणा के CM मनोहर लाल 5 जून को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से बैठक कर नहर के रूट प्लानए प्रस्तावित व्यय और हिमाचल प्रदेश की लाभप्रदता सहित कई मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं। ताकि इस प्रोजेक्ट को रूप दिया जा सके।

हिमाचल से आधा दर्जन मुद्दों पर होगी बातचीत

CM मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि हम 5 जून को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। इनमें किसान बांध का निर्माणए दादूपुर से हमीदा हेड न्यू लिंक चैनल, सरस्वती नदी का कायाकल्प और विरासत विकास परियोजना शामिल हैं।

हम हिमाचल प्रदेश के रास्ते SYL नहर का पानी लाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। वह इस अहम मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी बातचीत करेंगे। उन्होंने आगे बताया कि बिजली पर SYL की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे इस बैठक में चर्चा का विषय होंगे।

उन्होंने ने बताया कि अधिकारियों की एक टीम से कहा गया है कि वे राज्य के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सूखाग्रस्त क्षेत्रों में पानी की निकासी के लिए प्लान तैयार करें। ताकि बाढ़ के दौरान ग्रसित क्षेत्रों को राहत मिल सके। साथ ही जगह.जगह तालाब बनाकर राजस्थान से आने वाले पानी को रोकने पर भी काम कर रहे हैं।

दक्षिण हरियाणा में पानी की कमी

प्रदेश में पानी की कमी के कारण हर साल हजारों एकड़ जमीन की कटाई नहीं हो पाती है। इससे दक्षिण Haryana के किसान मध्य और उत्तरी हरियाणा के किसानों की तुलना में आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं।

हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने 22 अप्रैल को जब Chandigarh का दौरे के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बातचीत की तो SYL का पानी वैकल्पिक रास्तों से हरियाणा लाने के विकल्प पर बातचीत शुरू हो गई थी, जिसे अब निर्णायक मोड़ पर ले जाने की जरूरत है।

पंजाब के रास्ते हरियाणा में SYL का पानी लाने के लिए 157 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। वहीं पंजाब किसी भी सूरत में हरियाणा को पानी नहीं देने पर अड़ा हुआ है और तर्क देता है कि Punjab सरकार ने नहर के किसानों को अधिग्रहित जमीन वापस कर पानी के सेवन का रास्ता तैयार कर दिया है।

वही रूट प्लान जरूरत पड़ने पर हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट में दायर कर सकती है।

मास्टर प्लान के तहत SYL से पानी नालागढ़, बद्दी, पिंजौर और टांगरी होते हुए जनसुई हेड अम्बाला लाया जा सकता है और पूरे हरियाणा में वितरित किया जा सकता है। हिमाचल हरियाणा के प्रस्ताव पर मुनाफा मांग रहा है।

Himachal Pardesh के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का कहना है कि अगर हिमाचल को फायदा होता है तो हिमाचल के जरिए हरियाणा को सतलुज का पानी दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा अपने खर्चे पर Project करना चाहता है तो हिमाचल राजी हो गया. लेकिन हिमाचल की भी कुछ Income होनी चाहिए।