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Farmer of Haryana: हरियाणा का अन्नदाता नहीं रहा खुशहाल, 10 हजार 400 करोड़ रुपये के कर्ज के नीचे दबा है अन्नदाता

सरकार ने 2017 में किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया था। जबकि कर्ज की बकाया राशि में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने बजट में भी किसानों के लिए कुछ खास योजनाओं को शामिल नहीं किया है।

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Newz Funda, Haryana Desk कोई भूखा न रहे इसके लिए देश का किसान दिनरात खेती में जुटा रहता है। किसान के पास खेती ही उसके जीवन के लिए दिनचर्या है। मगर हरियाणा का किसान खुशहाल नहीं है।

हरियाणा का 25 फीसद किसान कर्जवान हो चुका है। इसका खुलासा हरियाणा विधानसभा में हुआ है। जिसमें पता चला है कि हरियाणा का अन्नदाता 10,400 करोड़ रुपये का कर्जवान है। 

कांग्रेस के विधायक ने किया सवाल

हरियाणा से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान अन्नदाता के कर्ज को लेकर सवाल किया। जिसमें उन्होंने सरकार से सहकारी बैंकों में वर्ष 2017 और 2022 में किसानों के बकाया के बारे में पूछा गया। 

इस पर जवाब देते हुए प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने कहा कि किसानों के कर्ज का विवरण विधानसभा में प्रस्तुत किया गया। 3,083.78 करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज सहकारिता मंत्री की ओर से जानकारी दी गई कि 31 मार्च 2017 को 13 लाख 58 हजार 473 किसानों पर 9652.08 करोड़ रुपये बैंकों की राशि बकाया थी।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि मार्च 2022 में कर्ज की यह बकाया राशि बढक़र 10,399.34 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपये कर्ज की राशि में 7,315.56 करोड़ रुपये मूल राशि और 3,083.78 करोड़ रु पये बैंकों द्वारा ब्याज लगाया गया है।

आय दो गुणा कहने की बात कही गई

हरियाणा कांग्रेस के विधायक वरुण चौधरी ने कहा कि किसानों की आय दो गुणा कहने की बात कही गई। मगर आय दोगुणाा नहीं हुई। सरकार ने 2017 में किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया था।

जबकि कर्ज की बकाया राशि में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने बजट में भी किसानों के लिए कुछ खास योजनाओं को शामिल नहीं किया है।