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आपको पानी नहीं पिला रहा, बस इसे सूंघ लें...जब नगर निगम की Meeting में गंदे पानी की बोतल भरकर लाए Councillor

हिसार नगर निगम की बैठक का मामला सामने आया है। जहां नगर निगम में अजीब ही नजारे देखने को मिले।

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Newz Funda, Hisar खबर हरियाणा के हिसार से है। जहां नगर निगम की बैठक के तीसरे दिन गंदे पानी को लेकर काफी हंगामा देखने को मिला। तीसरे दिन पार्षदों ने सीवरेज के मुद्दे पर पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों को घेरा।

इस दौरान लापरवाही के आरोप लगाए गए। इस दौरान मेयर गौतम सरदाना और कमिश्नर प्रदीप दहिया ने पब्लिक हेल्थ को खरी-खरी सुनाई।

उन्हें एक मौका दिया, अन्यथा उनके सीवरेज की सफाई के कामों की विजिलेंस जांच करवाई जाएगी।​​ मीटिंग में दूसरे मुद्दों को लेकर भी चर्चा की गई।

शहर में पानी की व्यर्थ बहने पर भी फैसला लिया गया कि शहर में अब पानी व्यर्थ बहाने पर पहली बार 500 रुपये का चालान, दूसरी बार 1000 और तीसरी बार 2 हजार रुपये का चालान किया जाएगा।

शहर में यह चालान नगर निगम की सफाई शाखा करेगी। इसके अतिरिक्त बस स्टैंड के बाहर अस्थाई ब्रिज को कहीं दूसरी जगह शिफ्ट करने का प्रस्ताव पास किया गया।

शहर में CCTV की मॉनीटिरिंग और जिम्मेदारी निगम को सौंपने, स्लॉटर हाउस चालू करने, शहर के पुराना कॉलेज ग्राउंड का मैदान HSVP से लेने, निगम कर्मचारियों के लिए फ्लैट बनाने का प्रस्ताव भी पास किया गया।

हाउस की मीटिंग में इस बात पर चर्चा की गई कि शहर में खाली प्लांट में कचरा या पानी जमा मिला तो पहले मालिक को नोटिस भेजा जाएगा।

मीटिंग के दौरान ही शहर में गंदे पानी की सप्लाई पर पार्षद महेंद्र जुनेजा ने गंदे पानी की बोतल लेकर हाउस भी आए और कमिश्नर को पानी सूंघने के लिए कहा।

हाउस में पार्षदों ने जीटी और मेन होल ढक्कन की खरीद की विजिलेंस जांच की मांग की। पार्षदों ने कहा कि इसमें बड़ा घपला हुआ है, तब मेयर गौतम सरदाना ने इसकी विजिलेंस जांच के आदेश दिए।

मीटिंग के दौरान जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मेयर और कमिश्नर ने जमकर खिंचाई की।

कमिश्नर ने SDO को चेतावनी दी कि आप पार्षदों को नजरअंदाज कर रहे हैं, यदि आपके खिलाफ रिपोर्ट बनाकर भेज दी तो आपको हिसार में दोबारा जॉइनिंग नहीं मिलेगी। आप इसे सीरियसी लें। आपको नौकरी करने का पता चल जाएगा।

गंदे पानी को लेकर ये बातें कहीं

मीटिंग में पार्षद महेंद्र जुनेजा गंदे पानी की बोतल लेकर पहुंचे।पार्षद महेंद्र पानी की बोतल लेकर निगम कमिश्नर प्रदीप दहिया के पास पहुंच गए। पार्षद महेंद्र जुनेजा ने कहा कि हाउस में गप्पें चल रही हैं।

मेरी पत्नी मुझे लाइव देख रही है। कह रही है कि 3 पानी की बोतलें हाउस में पड़ी होती हैं, चौथी क्यों नहीं होती। देश को आजाद हुए 75 साल हो गए। जन स्वास्थ्य विभाग ने हमारे वार्ड में ये नींबू का पानी भेजा है थोड़ा सा सूंघें। मैं आपको पानी नहीं पिला रहा।

निगम कमिश्नर ने कहा कि आप इसे पब्लिक हेल्थ को बताएं। मेयर गौतम सरदाना ने पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी अभियंता को कहा कि एक्सईयन साहिब अपने अधिकारियों को वार्डों में घुमाएं ताकि पार्षदों का गुस्सा ठंडा किया जा सके।

पार्षद के आरोपों पर मेयर ने पब्लिक हेल्थ पर एफआईआर करवाने के आदेश दिए। जेई ने कहा कि उसने पार्षद महेंद्र जुनेजा की गली में फोन करके वीडियो मंगवाई है, वहां पर साफ पानी आ रहा है।

तब पार्षद जुनेजा ने गुस्से में कहा कि क्या मैं झूठ बोल रहा है, या खुद गंदा पानी सीवरेज से भर कर ले आया हूं। यदि मैं झूठा हूं तो मेरे साथ चलो और सभी पार्षद मेरे सिर पर जूते मार लेना।

जिस व्यक्ति ने पानी दिया है, वह उस आदमी को सदन में ही बुला लेता हूं। इस पर सदन में सभी चुप हो गए।

पार्षद ने कहा कि यदि मेयर साहिब आप 15 दिन के बाद मीटिंग लें ले तो अधिकारी काम कर दें। हालांकि इस दौरान पार्षद जुनेजा की मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के साथ सब कमेटी की मीटिंग को लेकर गहमा गहमी भी हुई।

शांति मिशन अस्पताल का मामला भी आया

मेयर ने कहा कि आप भी सब कमेटी के मैंबर हो, आपने मीटिंग क्यों नहीं ली। इस पर पार्षद जुनेजा ने कहा कि उनकी मीटिंग एक नेता ने ही करने दी।

पार्षद ने एजेंडे से बाहर जाते हुए आरोप लगाया कि शांति मिशन अस्पताल को सील किया था तो उसकी सील किसने खुलवा दी और कैसे निर्माण कार्य दोबारा शुरू हो गया।

पार्षद जगमोहन मित्तल, कैप्टन नरेंद्र शर्मा, महेंद्र ने आरोप लगाया कि केवल कुछ ही पार्षदों के एजेंडे पर ही चर्चा की जा रही है। हमारे एजेंडों पर चर्चा नहीं की जा रही है।

ऐसे में इस बैठक का कोई औचित्य नहीं है। जगमोहन मित्तल नाराज होकर जाने लगे तो दूसरे पार्षदों ने उन्हें रोका। पार्षदों ने कहा कि केवल 6-7 पार्षदों के एजेंडे पर ही सुनवाई की जा रही है।

पार्षद नाराज हो गए। इसके बाद कमिश्नर ने कहा कि केवल एजेंडों पर ही चर्चा होगी।

बिना सब कमेटी मॉनीटरिंग के पेमेंट नहीं होगी; मेयर

ऋषि नगर की सीवरेज लाइन पर पार्षद मनोहर लाल वर्मा ने कहा कि हमारे एरिया में मशीन लगी होती है, हमें ही बताया नहीं जाता। मैं सीवरेज कमेटी का चेयरमैन भी हूं।

अधिकारी ने कहा कि हम आगे से MC से चेक करवाएंगे। मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि बिना सब कमेटी की मॉनिटिरिंग के बिना अब पेमेंट नहीं होगी।

निगम कमिश्नर ने पब्लिक अधिकारियों को कहा कि आप क्लीनिंग करने के बाद MC को फोटो दिखाएंगे।

मेयर ने कहा कि जो लाइन साफ नहीं हुई, इसकी रिपोर्ट NGT को भेज दें या विजिलेंस जांच करवा देते हैं। इसके बाद मेयर ने कहा कि इन्हें 15 दिसंबर तक समय देते हैं, इसके बाद हाउस पब्लिक हेल्थ के मामलों की विजिलेंस जांच करवाएगा।