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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूलों को शिक्षा निदेशालय के नए आदेश, अब दाखिलें के लिए 6 वर्ष होगी बच्चों की आयु, पढ़े पूरी रिपोर्ट

प्रदेश के स्कूलों को शिक्षा विभाग की ओर से दाखिले से संबंधित नए आदेश जारी किए गए है, जिसमें प्राथमिक कक्षाओं में आने वाले छोटे बच्चों की आयु संबंधित...

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Newz Funda, Haryana Desk राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अनुसार पूरे देश में स्कूल प्रवेश की आयु को एक समान करने का निर्णय लेते हुए आदेश जारी किए है।

निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में पहली कक्षा में प्रवेश की आयु को न्यूनतम 6 साल करने की प्रक्रिया दो चरणों में संपन्न की जाए। जिसके तहत पहली कक्षा में प्रवेश की आयु में बदलाव किया गया है।

ये नियम प्रदेश के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में लागू होगी। नियम का पालन ना करने वाले स्कूल के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करने के आदेश दिए है। 

क्या है पहली कक्षा में दाखिले की न्यूनतम आयु

शिक्षा विभाग की ओर से शैक्षणिक सत्र 2023-24 जो एक अप्रैल 2023 को आरंभ होगा। विभाग की ओर से पहले चरण में संपन्न होने वाले दाखिले की आयु 31 मार्च को 5 वर्ष 6 मास होगी।

ऐसे विद्यार्थी जो 1 अप्रैल 2023 को इस आयु को प्राप्त कर चुके होंगे। दाखिल के लिए ये पात्र होंगे। स्कूल कमेटी पहले चरण में इन विद्यार्थियों के दाखिले कर जिला शिक्षा विभाग को रिपोर्ट करेंगी।

वहीं दाखिले के दूसरे चरण में एक अप्रैल 2024 को आरंभ होने वाले शैक्षणिक सत्र में कक्षा पहली में दाखिले की न्यूनतम आयु 31 मार्च 2024 को 6 वर्ष की आयु होनी अनिवार्य होगी। अर्थात विद्यार्थी एक अप्रैल 2024 को 6 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुका हो। 

शिक्षा निदेशालय ने जारी किए है ये आदेश

देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद से स्कूल प्रवेश की आयु को एक समान करने को लेकर शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं। प्रवेश आयु पर निर्णय लेते हुए कहा गया है कि प्रदेश में पहली प्राथमिक कक्षा में दाखिले की आयु को न्यूनतम 6 साल किया गया है।

ऐसे में प्रवेश को लेकर भी इसे दो चरणों में पूरी करने की कोशिश की जाए। इन दो चरणों की प्रक्रिया में आयु बच्चे की आयु को दो चरणों में बांट दाखिले किए जाएंगे। ताकि साढे 5 से लेकर 6 वर्ष की आयु वाले बच्चों को पहली कक्षा में दाखिला हो सके। 

प्राथमिक कक्षा में दाखिले को चलता है अभियान

स्कूलों में नए सत्र के दाखिले को लेकर शिक्षा निदेशालय की ओर से हर बार अभियान चला दाखिले बढ़ाने के आदेश दिए जाते है। जिसमें प्राथमिक स्कूलों के अध्यापक अपने स्कूल के अधिन आने वाले गांवो के घर घर जाकर छोटे बच्चों की जानकारी लेकर उनके सरकारी स्कूल में दाखिले सूनिश्चित करते है और नए दखिलों की शिक्षा निदेशालय के पोर्टल पर अपडेट देते है।