home page

Bhiwani के लाल ने देश के लिए 24 साल की उम्र में दी शहादत, दो बहनों के इकलौते भाई थे Captain निदेश यादव

हरियाणा के भिवानी का लाल निदेश यादव सिर्फ 24 साल की उम्र में ही देश के लिए शहीद हो गया।

 | 
dsaf

Newz Funda, Bhiwani Haryana के भिवानी जिले से आंखों को नम कर देने वाली खबर है। यहां के निदेश यादव देश के लिए शहीद हो गए है। बता दें कि उनका जन्म सितंबर 1998 में भिवानी के नंद गाँव में हुआ था।

निदेश यादव एक फ़ौजी फ़ैमिली में पैदा हुए थे। इसके पिता दीवान सिंह यादव व मामा अशोक कुमार मेजर सूबेदार के पद से रिटायर्ड हैं। उनकी शहादत पर पूरे गांव को गर्व है।

शहीद दिनेश यादव की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया और पूरा गाँव अपने लाल की शहादत पर गर्व कर रहा है।

निदेश की शुरुआती पढ़ाई फ़ौज के स्कूल से हुई थी। ऐसे में देश सेवा का जज़्बा व जुनून निदेश में बचपन से ही था। चार साल पहले वो सेना में कैप्टन के पद पर भर्ती हुये थे।

sf

28 नवंबर को सेना की ट्रेनिंग के दौरान नहर से छलांग लगाते समय उनका पैर फँस गया और वो नहर में डूब गए। निदेश अपनी दो बड़ी बहनों का इकलौता भाई था।

गांव में राजकीय सम्मान से किया गया अंतिम संस्कार
शहीद कैप्टन निदेश यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैत्रिक गाँव नंद गाँव पहुँचा तो आस पास के गाँव से लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुँचे।

पूरा नंद गाँव शहीद निदेश अमर रहे के नारों से गूंज उठा। शहीद निदेश का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

शहीद निदेश यादव के मामा अशोक कुमार ने अपने भांजने की शहादत पर गर्व जताते हुए कहा कि निदेश में देश सेवा का जज़्बा व जुनून हर फ़ौजी से ज़्यादा था। उनका ये जोश व जुनून देख कर हम दंग रह जाते थे।

सेना अधिकारी निषाद व एसपी दास ने बताया कि निदेश बहुत बहादुर अधिकारी थे। वो अपने हर टास्क को ईमानदारी व जोश से पूरा करते थे।

निदेश ने छोटी सी उम्र में देश भक्ति का बहुत बड़ा उदाहरण छोड़ा है। उन्होंने कहा कि पूरे नंद गाँव में सेना के प्रति बहुत प्यार है।