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हरियाणा के सीएम खट्टर ने किया पहलवानों का समर्थन, बोले खिलाड़ियों को न्याय मिलना चाहिए

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है, कि यह मामला बहुत गंभीर है। खिलाड़ियों की सुरक्षा बहुत जरूरी है, सरकार द्वारा इस बात की ओर खास ध्यान दिया जाएगा।
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Newz Funda, Haryana Desk देश के करीब 30 बड़े पहलवानों के साथ बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक ने बुधवार को जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसके बाद एथलीट्स धरने पर बैठ गए। 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ अन्य कोच पर महिला रेसलर के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए है। इसके साथ ही पहलवानों ने महासंघ के कामकाज पर भी सवाल उठाए है। 

पहलवानों ने आरोप लगाया है, कि कुश्ती महासंघ द्वारा नए नए नियम बनाकर खिलाड़ियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसे में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन किया है। 

सीएम खट्टर ने इस विषय पर बात करते हुए कहा, कि यह मामला बहुत गंभीर है। खिलाड़ियों की सुरक्षा बहुत ही जरूरी है। इस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि, ऐसे मामलों से खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है। ऐसी समस्याओं पर हरियाणा सरकार द्वारा खास ध्यान दिया जाएगा।

खिलाड़ियों का मनोबल टूटने नही दे सकते - मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा, कि इस मामले को लेकर हमारे पास पहले कोई शिकायत नही आई है। हमें तो इस बात की जानकारी कल के प्रदर्शन से हुई है। 

अगर हमारे पास ऐसा कोई भी मामला आता है, तो सरकार की ओर से जरूर कार्रवाई की जाएगी। खेल विभाग के साथ चर्चा कर खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यकता होगी उन्हें पूरा किया जाएगा। 

उन्होने बताया कि, केंद्रीय खेल मंत्रालय ने नोटिस दिया है और WFI को 72 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है। सारे मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बात पर भारत सरकार संज्ञान लेगी। 

यह बहुत ही गंभीर मसला है, इससे खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है और हम हमारे खिलाड़ियों का मनोबल टूटने नही दे सकते।

खेल मंत्रालय ने 72 घंटे के भीतर मांगा जवाब

पहलवानों के संगीन आरोपों पर कदम उठाते हुए खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ से 72 घंटे के भीतर आरोपों पर जवाब देने के लिए कहा है। मंत्रालय का कहना है, कि यह मामला एथलीटों की सुरक्षा सेजुड़ा से है, इसे पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। 

इसके साथ ही मंत्रालय ने 18 जनवरी से लखनऊ में होने वाले वूमन नेशनल रेसलिंग कैंप को भी रद्द कर दिया है। इस कैंप में  41 रेसलर्स, 13 कोच और सपोर्ट स्टाफ को शामिल होना था। दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले में अपना सहयोग दिया है।

पहलवानों के साथ बातचीत

खेल मंत्रालय द्वारा धरना दे रहे पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया गया है। इससे पहले कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने भी खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से बातचीत की थी। इस सारे मसले के ऊपर बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों पर अपनी सफाई दी है। 

ऐसा बताया जा रहा है, कि खेल मंत्रालय कुश्ती महासंघ से खुश नहीं है। इस मामले की जांच के लिए मंत्रालय की ओर से कमेटी बनाई जा सकती है।