हरियाणा के युवाओं के लिए खुशखबरी, इस जिले में हो रही है IMT की स्थापना

काफी किसान IMT द्वारा अपनी जमीन देने के लिए आवेदन किया भी जा चुका है। प्रशासन की ओर से जल्द ही अधिकारिक तौर पर इसका पूरा ब्यौरा सार्वजनिक किया जाएगा। IMT के लिए 400 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने का लक्ष्य रखा गया है।
पहले भी IMT स्थापित करने का किया गया था ऐलान
तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भी अंबाला में IMT स्थापित करने का ऐलान किया था, इसके लिए अंबाला नारायणगढ़ रोड पर जमीन अधिग्रहण करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई थी। तत्कालीन मंत्री विनोद शर्मा ने सबसे पहले यहां IMT स्थापित करने की मांग की थी।
योजना को मंजूरी मिलने के बाद किसानों ने इसका विरोध भी किया था। तब पूर्व मंत्री कुमारी शैलजा ने योजना को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध किया था। तब उनका तर्क था कि वे आईएमडी का विरोध नहीं कर रही है। उनका कहना था कि पंजोखरा व आसपास की जमीन उपजाऊ है, जब कि IMT को बंजर जमीन पर स्थापित किया जाना चाहिए।
इस विरोध के बाद सरकार ने योजना को वापस ले लिया था। कांग्रेस से अलग होने के बावजूद पूर्व मंत्री विनोद शर्मा लगातार IMT के मुद्दे को उठाते रहे थे। इस बात को लेकर खुद सीएम मनोहर लाल के आईएमटी की घोषणा के बाद उनका आभार भी जताया था।
आईएमटी स्थापित हुई तो मिलेगा रोजगार का नया अवसर
सीएम मनोहर लाल ने कुछ समय पहले ही अंबाला शहर में IMT स्थापित करने की घोषणा की है। अभी IMT के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है, किसानों द्वारा भी अपनी जमीन देने के लिए दिलचस्पी दिखाई जा रही है।
सरकार की ओर से अभी तक IMT की प्रक्रिया किसानों के सामने पेश नहीं की गई है। ज्यादातर किसानों को इस बात की तो भनक ही नहीं है, कि अधिग्रहण होने वाली जमीन में उन्हें कितना मुआवजा मिलेगा। यह बात सार्वजनिक होने के बाद ही आईएमटी का रास्ता साफ हो जाएगा।
हालांकि, यह बात पूरी तरह स्पष्ट है कि अभी युवाओं को शहर से बाहर रोजगार के लिए जाना पड़ता है, आईएमटी स्थापित हुई तो युवाओं को लिए रोजगार के नए मौके मिलेंगे।