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Crime: एक करोड़ रुपये लेकर आ रहा JE लापता, परिजनों ने रोड जाम कर काटा बवाल

करनाल से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एक जेई लापता हो गया है।

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Newz Funda, Karnal हरियाणा के करनाल में एक जेई के लापता होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मुनक रोड गगसीना का रहने वाला JE दीपक है, जिसका सुराग नहीं लग रहा है।

वह गांव के ही एक भाजपा नेता के पैसे लेकर आ रहा था। नगदी लगभग करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है।

ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि रकम के कारण ही वह लापता हुआ है और पुलिस भी मामले को लेकर गंभीरता नहीं बरत रही है।

ये आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग मूनक रोड पर रातभर रास्ते को बाधित रखा।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उसका सुराग नहीं लगा या पुलिस हरकत में नहीं आई तो वे नेशनल हाईवे जाम करने के साथ ही अपना प्रदर्शन उग्र करेंगे।

जैसे ही प्रदर्शन की सूचना मिली, पुलिस ने ग्रामीणों के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया। एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

हालांकि दो लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अभी जांच की जा रही है। इस बारे में मामला पेचीदा होने के कारण कुछ नहीं कहा जा सकता।

बताया जा रहा है कि जेई का नाम दीपक है। जो करनाल के पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत है। वह चंडीगढ़ स्थित ऑफिस में किसी काम से गया हुआ था।

रात को करीब 8 बजे वह चंडीगढ़ से वापस आ गया था। इसके बाद घर फोन कर खाना तैयार रखने की बात कही थी। कहा था कि 1 घंटे तक आ जाएगा।

दोस्त के साथ होने की भी जानकारी दी थी। इसके बाद लगभग साढ़े 8 बजे उसको फोन किया गया था। लेकिन नहीं मिलने पर घरवालों ने मूनक पुलिस स्टेशन में मामले की सूचना दी थी।

नहर के किनारे मिली कार

जिसके बाद भी उसका सुराग नहीं लग सका था। इसके बाद मंगलवार की दोपहर जो हुआ, उससे परिजनों की चिंता बढ़ गई।

क्योंकि दीपक की कार पश्चिमी यमुना नहर के किनारे मिली थी और उसमें पैसे बिखरे हुए थे। एक शीशा टूटा मिला था।

गांव का एक भाजपा नेता कर्ण सिंह बाद में उनके घर आया था। उसने जेई के बारे में कहा कि वह वह उसके पैसे लेकर चंडीगढ़ से आ रहा था।

परिजनों ने शक जताया कि मामले में उसी का हाथ है। कार्रवाई को लेकर ही उन्होंने सड़क जाम की है।

जेई के पिता का देहांत हो चुका है और वह अकेला ही घर में कमाने वाला है। अढ़ाई साल के बेटे के अलावा घर में दीपक की पत्नी, उसकी मां है, जिनको बेटे के चंडीगढ़ से लौटने का इंतजार था।

गांव में तनाव का माहौल

कार नहर किनारे मिलने के बाद से परिजनों में चिंता का माहौल है। बताया जा रहा है कि दीपक की करीब 3 साल पहले ही नौकरी लगी है। इससे पहले दीपक डीसी रेट पर काम करता था।

दीपक के लापता होने पर गांव में तनाव की स्थिति देखी जा रही है और लोगों ने पुलिस के काम पर सवाल उठाए हैं।  

जाम की सूचना के बाद लोगों को समझाने के लिए मौके पर डीएसपी गौरव फोगाट आए। जिन्होंने कार्रवाई का भरोसा देने हुए कहा कि पुलिस की तीन टीमें दीपक की तलाश कर रही हैं।

पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर 2 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे सुराग जुटाया जा रहा है।