Haryana के इन दो शहरों में सुधरा वायु प्रदूषण का स्तर, AQI आया बेहद नीचे; ये शहर अभी भी Red Zone में
चंडीगढ़ से हरियाणा के लोगों के लिए सुकून भरी खबर आ रही है।

Newz Funda, Chandigarh देश के साथ ही अब हरियाणा में भी प्रदूषण का स्तर नीचे आने लगा है।
यहां की हवा धीरे-धीरे साफ होती जा रही है। जिसके बाद इसे सांस लेने लायक कहा जाने लगा है।
लगातार पराली जलने के मामले सामने आने के बाद से यहां पर प्रदूषण के स्तर में काफी हाईट दर्ज की जा रही थी।
लेकिन समय के साथ ही इसमें अब काफी गिरावट आ रही है। आलम ये है कि कई शहरों में हवा काफी साफ हो गई है।
जिसके बाद बात की जाए तो अंबाला और यमुनानगर में काफी सुधार दिख रहा है। इन दोनों जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स ( AQI) 100 से नीचे आ गया है।
जिसके बाद वातावरण साफ दिख रहा है। वहीं, फतेहाबाद और हिसार की बात की जाए तो हालात सामान्य नहीं हैं। ये दोनों जिले अभी भी रेड जोन में हैं।
यहां पर AQI 300 के ऊपर है। जो अपने आपमें रिकॉर्ड कहा जा सकता है। विशेषज्ञों की ओर से भी हालात को लेकर सही चीज बताई गई है। इसे सही माना जा रहा है।
इन जिलों में आया सुधार
आपको बता दें कि वायु गुणवत्ता सुधार यानी एक्यूआई में प्रदेश के 5 जिले ऐसे हैं, जहां काफी सुधार है। इनको येलो जोन में रखा गया है।
- चरखी-दादरी (176)
- करनाल (150)
- मानेसर (145)
- नारनौल (116)
- रोहतक (167)
ये जिले अभी भी ऑरेंज जोन में
वहीं, नौ जिलों की बात की जाए तो यहां पर भी हालात ठीक बताए जा रहे हैं। AQI 300 से कम होने के कारण इनको ऑरेंज जोन में शामिल किया गया है।
- बहादुरगढ़ (234)
- बल्लभगढ़ (251)
- भिवानी (221)
- गुरुग्राम (282)
- फरीदाबाद (272)
- जींद (282)
- कैथल (282)
- सिरसा (251)
- सोनीपत (219)
हवा में सुधार के पीछे मौसम में चेंजेज को कारण माना जा रहा है। विशेषज्ञों की ओर से इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ को बताया गया है। जिसके कारण पॉल्यूशन घटा है।
बूंदाबांदी की संभावना भी जताई जा रही है। सरकार की सख्ती के कारण भी पराली जलाने के मामले घटे हैं।
किसानों की जागरूकता और सहयोग को भी कारण माना जा रहा है। इस बार 3111 मामले ही पराली जलने के बताए गए हैं। जिसके कारण स्थिति सुधरी है।