home page

Success Story: शून्य से शुरुआत कर खड़ी कर दी 800 करोड़ की कंपनी, कभी नहीं थे बच्चे को दूध पिलाने के पैसे, इस बिजनेसमैन की कहानी सुन आखें हो जाएंगी नम!

आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारें में बताएँगे जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर ऐसा मुकाम हासिल किया है जो कुछ लोगो के लिए बस सपना ही रह जाता है. किसी समय में वे एक लाचार पिता थे जो अपने बच्चे को दूध पिलाने में भी सक्षम नही थे और आज वे 800 करोड़ के मालिक हैं.

 | 
sucess

Newz Funda, New Delhi एकाएक मुश्किलें हमारे जीवन की रीढ़ की हड्डी तोड़ देती हैं, इस बिच परिस्थितियों से हार ना मानकर निरंतर प्रयास करने पर सफलता एकदिन जरुर मिलती है.

आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारें में बताएँगे जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर ऐसा मुकाम हासिल किया है जो कुछ लोगो के लिए बस सपना ही रह जाता है. ये कहानी है स्टॉक ब्रोकर विजय केडिया की जिनके पास एक वक़्त में अपने बच्चे को दूध पिलाने तक के पैसे नहीं थे और आज वे 800 करोड़ के मालिक हैं.  

सिर से उठा पिता का साया, छोड़ दी पढाई 

कोलकाता के मिडिल क्लास परिवार में जन्मे विजय के पिता भी एक स्टॉक ब्रोकर थे. विजय ने 10वीं में अपने पिता की मौत के बाद पढाई छोड़ दी. कमाई का कोई जरिया ना दिखने के कारण घरवालों ने शादी कर दी, जिसके बाद विजय के सिर पत्नी और बच्चें की जिम्मेदारी आ गई.

उन्होंने स्टॉक मार्किट में अपनी किस्मत आजमाई पर वे नाकाम रहे. 6 लोगो के रहने की वजह से घर खर्च चलना मुश्किल था जिस कारण उनकी माँ ने अपने जेवर बेच दिए.

नहीं थे बच्चे के लिए दूध लाने तक के पैसे 

स्टॉक बाज़ार में बार-बार नुकसान होने के कारण विजय के पास इतने पैसे भी नहीं थे की वे अपने बच्चे को दूध पिला सकें. एकदिन उनका बच्चा भूख से रो रहा था तो उनकी पत्नी ने 14 रूपए का दूध का पैकेट लाने को कहा पर विजय के पास इतने पैसे भी नहीं थे.

ज्यों-त्यों उनकी पत्नी ने सिक्के एकित्र करके दिए जिनसे दूध आया. यह घटना विजय के दिल-दिमाग में घर कर गई और उन्होंने मुंबई जाने का फैसला लिया.  

मुंबई जाकर अजमाई किस्मत 

विजय ने मुंबई जाकर शेयर मार्किट के साथ एक काम भी शुरू किया. साल 1992 में शेयर बाज़ार में बुल रन आया जिसने उनकी ज़िन्दगी को नया मौड़ दिया. उन्होंने पंजाब ट्रैक्टर्स के शेयर खरीदे जिनकी कीमत 35 रूपए थी, यह शेयर 5 गुना बढ़ गए.

इसके बाद उन्होंने एसीसी सीमेंट के शेयर खरीद लिए जिनकी कीमत 10 गुना बढ़ गई. उन्होंने अपने परिवार को कोलकाता से मुंबई बुला लिया और अपना एक घर खरीद लिया.

दुर्भाग्य से बुल रन मार्किट क्रेश हो गया और उनकी जमा पूंजी उड़ गई. उन्होंने 2002-2003 में आए बुल रन में शेयर ख़रीदे जिनसे उन्हें खासा मुनाफा हुआ.

अपनी पत्नी को तौफे में दी दूध की कंपनी 

विजय ने साल 2009 में एक मिल्क कंपनी के शेयर खरीदे और माफ़ी मांगते हुए अपनी पत्नी को गिफ्ट कर दिए. माफ़ी का कारण था वे अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए 14 रूपए नही जूता पाए थे जिनका अफ़सोस उन्हें रहा, साल 2022 में उन्होंने सियाराम कंपनी के 1.1% शेयर में हिस्सेदारी ली.

आज वे 800 करोड़ के मालिक हैं और उनकी गिनती जाने-माने बिल बुल में होती है. शून्य से शुरुआत कर आज उन्होंने अपनी कंपनी केडिया सिक्योरिटीज खड़ी कर दी.