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चंद्रयान 3 की लौन्चिंग में लगा है इतना खर्च, जानिए इसकी पूरी डिटेल

चंद्रयान 3 को भारत के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से GSLV-Mk3 रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा.
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चंद्रयान 3 की लौन्चिंग में लगा है इतना खर्च

Newz Funda, Newdelhi: इसरो एक बार फिर एक और स्पेस एडवेंचर के साथ तैयार है. चंद्रयान-3 चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने की संपूर्ण क्षमता प्रदर्शित करता है. इसे आज 14 जुलाई, 2023 को SDSC SHAR, श्रीहरिकोटा से LVM3 द्वारा लॉन्च किया जाएगा.

चंद्रयान 3 मिशन की लॉन्च तारीख क्या है?

चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया जाने वाला तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है.

चंद्रयान 3 मिशन के रोवर को कहा जाता है?
इसरो अध्यक्ष के मुताबिक, चंद्रयान 2 मिशन के सम्मान में लैंडर के लिए विक्रम और रोवर के लिए प्रज्ञान नाम रखा जाएगा.

लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ किसके बराबर है?
इसरो अधिकारियों के मुताबिक, लैंडर की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस के बराबर है, जो पृथ्वी पर 14 दिनों के बराबर है.

चंद्रयान-3 के लिए किस लांचर का उपयोग किया जाना है?
चंद्रयान-3 के लिए चुना गया लांचर GSLV-Mk3 है, जो इंटीग्रेटेड मॉड्यूल को लगभग 170 x 36500 किमी साइज की एलिप्टिक पार्किंग ऑर्बिट (ईपीओ) में स्थापित करेगा.

चंद्रयान-3 के मिशन के उद्देश्य क्या है?
इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन के लिए तीन मुख्य उद्देश्य निर्धारित किए हैं, जिनमें शामिल हैं.
1.लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग कराना.
2-चंद्रमा पर रोवर की विचरण क्षमताओं का अवलोकन और प्रदर्शन.
साइट पर वैज्ञानिक अवलोकन चंद्रमा की संरचना को बेहतर ढंग से समझने और अभ्यास करने के लिए चंद्रमा की सतह पर उपलब्ध रासायनिक और प्राकृतिक तत्वों, मिट्टी, पानी आदि पर वैज्ञानिक प्रयोग करता है. इंटरप्लेनेटरी का तात्पर्य दो ग्रहों के बीच मिशन के लिए आवश्यक नई टेक्नॉलोजी के विकास और प्रदर्शन से है.

चंद्रयान 3 मिशन की लागत कितनी थी?
चंद्रयान 3 मिशन की लागत चंद्रयान 2 मिशन से कम है जो 960 करोड़ से थी.

वह कौन सी चीज़ है जो चंद्रयान 3 में है और चंद्रयान 2 में नहीं?
चंद्रयान-3 के लैंडर में केवल चार थ्रॉटल-सक्षम इंजन होंगे, जो लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर (एलडीवी) से लैस होंगे.

चंद्रयान 3 में से क्या गायब है?
इसरो के अनुसार, चंद्रयान-2 में लैंडर विक्रम, एक ऑर्बिटर और रोवर प्रज्ञान लगाया गया था, जबकि चंद्रयान-3 में केवल एक रोवर और एक लैंडर होगा. साथ ही, चंद्रयान-2 के साथ लॉन्च किया गया ऑर्बिटर अभी भी उपयोग में रहेगा.

प्रोपल्शन मॉड्यूल का डिज़ाइन क्या होगा?
प्रोपल्शन मॉड्यूल एक बॉक्स जैसी संरचना है जिसके एक तरफ एक बड़ा सौर पैनल और टॉप पर एक बड़ा सिलेंडर है. सिलेंडर, जिसे इंटरमॉड्यूल एडाप्टर कोन के रूप में जाना जाता है, लैंडर के माउंटिंग फ्रेमवर्क के रूप में काम करेगा.

चंद्रयान 3 मिशन के डायरेक्टर कौन हैं?
रितु खारिधल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की एक प्रमुख साइंटिस्ट हैं. वह इस साल चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का नेतृत्व कर रही हैं.