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खनन और नशा माफिया के लिए काल है ये IPS, CM के सिक्योरिटी इंचार्ज को भी जड़ चुके थप्पड़; पढ़िए Gaurav Singh की कहानी

IPS Gaurav Singh देश के तेजतर्रार अफसरों में शुमार हैं, जो अपने काम को लेकर चर्चा में रहते हैं।

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Newz Funda, New Delhi IPS Gaurav Singh की सक्सेस स्टोरी के बारे में जिक्र कर रहे हैं। ये अफसर खनन और नशा माफिया के लिए काल से कम नहीं है, जिनकी चर्चा अपने काम को लेकर होती है।

इस अफसर की गिनती अच्छे अफसरों की कतार में होती है। ये तब चर्चा में आए थे, जब सीएम के सिक्योरिटी इंचार्ज को ही थप्पड़ रसीद कर दिया था। IPS Gaurav Singh को काम करने के तरीकों को लेकर सुर्खियों में रखा जाता है।

IAS और IPS अफसरों की अकसर नेताओं के साथ विवाद की बातें सामने आती हैं। इनकी खूब झड़पें मंत्रियों के साथ कामकाज को लेकर होती हैं। लेकिन इस अफसर ने हिमाचल प्रदेश में काम करते हुए वहां के ही सीएम सिक्योरिटी इंचार्ज को थप्पड़ रसीद कर दिया था।

इससे पहले साफ छवि के कारण यहां पर खनन और नशा माफिया के लिए भी काल साबित हुए। यहीं नहीं, थप्पड़ की गूंज के कारण ट्रांसफर भी हुआ, लेकिन पूरे प्रकरण का वीडियो सामने आने के बाद खूब वाहवाही भी मिली।  

IPS गौरव सिंह की जिम्मेदारी कुल्‍लू में ही एसपी के तौर पर थी। जब थप्पड़कांड की गूंज देश में हुई। इसके बाद दिखा था कि पहले SP ने CM के सिक्योरिटी इंचार्ज को थप्पड़ मारा।

फिर CM के सिक्योरिटी पीएसओ ने SP को लात मारी, लेकिन वीडियो सामने आने के बाद जनता भी इनके साथ में सपोर्ट करने आ गई थी। 

सबसे कम ऐज में ही बन गए एसपी

IPS Gaurav Singh के नाम पर ही हिमाचल में सबसे कम उम्र में एसपी बनने का गौरव है। वे अब भी अपने काम को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं। इससे पहले ये IPS बद्दी में भी बतौर ASP अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर चुके हैं।

इनके काम के तरीके के कारण लोग भी खूब खुश रहते हैं। आपको बता दें कि ये IPS मूल रूप से उत्तरप्रदेश के आगरा के रहने वाले हैं, जिनका बर्थ 1 जुलाई 1990 को हुआ है।

ये बेहद ही साधारण फैमिली से हैं। पिता का नाम बी सिंह और माता का नाम किरण देवी है, जो अभी तक शिमला, बद्दी और कांगड़ा में ASP के तौर पर जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर चुके हैं।